भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा के चुनाव होने में अभी करीब डेढ़ साल का समय है, लेकिन इससे पहले ही प्रदेश में सियासी अखाड़ेबाजी तेज हो चली है . एक तरफ सरकार युवाओं को लुभाने के लिए रोजगार देने के लिए रोजगार दिवस मनाने जा रही है, वहीं कांग्रेस ने भी यूथ कांग्रेस के जरिए युवाओं को अपने साथ जोड़ने की मुहिम शुरू कर दी है.
प्रदेश में करीब तीन करोड़ युवा वोटर: मध्य प्रदेश में 20 से 29 साल की उम्र के करीब 30 फ़ीसदी और 30 से 39 की उम्र के 25 फ़ीसदी से अधिक वोटर हैं. मध्यप्रदेश में 2.75 करोड़ से ज्यादा वोटर युवा हैं. इनमें से करीब 50 लाख से अधिक युवा 18 साल से अधिक उम्र के हैं, जिनको यूथ कांग्रेस ने अपने साथ जोड़ने का टारगेट तय किया है. इनमें कॉलेजों में पढ़ने वाली युवतियां भी शामिल हैं. युवा कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रदेश अध्यक्ष विवेक त्रिपाठी ने बताया कि युवा कांग्रेस की महामंथन बैठक में तय किया गया था कि था कि आधी आबादी की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए हर बूथ पर कम से कम एक महिला को जोड़ा जाएगा. इसके साथ ही 35 वर्ष की आयु से कम के लोगों को भी कांग्रेस के साथ जोड़ने का फैसला लिया गया था.
सड़क पर होगा आंदोलन : मध्यप्रदेश में व्यापम घोटाले के विरुद्ध प्रदेश स्तर के साथ ही जिला और विधानसभा स्तर पर भी व्यापक आंदोलन करने की तैयारी कांग्रेस ने की है. यूथ कांग्रेस प्रदेश में बढ़ती हुई महंगाई व बेरोजगारी को लेकर भी आंदोलनों के जरिए युवाओं को कांग्रेस के साथ जोड़ने की कोशिश में लगी हुई है. महिला कांग्रेस के बाद अब यूथ कांग्रेस ने भी युवतियों को कांग्रेस के साथ जोड़ने का फोकस किया है. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव प्रियंका गांधी के लड़की हूं लड़ सकती हूं अभियान को मिले रिस्पांस के बाद यूथ कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में भी युवा और खास तौर पर महिला वोटरों को कांग्रेस के साथ जोड़ने का लक्ष्य तय किया है. (MP youth congress in aggrresive role)