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आज से काम पर लौटे प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टर्स, सिर्फ इन सेवाओं के लिए रहेंगे उपलब्ध - Trainee Doctor Rape Murder Case - TRAINEE DOCTOR RAPE MURDER CASE

Trainee Doctor Rape Murder Case: आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर रेप-मर्डर केस को लेकर पूरे देश में नाराजगी देखी गई. इसके विरोध में जगह-जगह कैंडिल मार्च भी निकाला गया. देखना होगा कि पीड़िता को न्याय कब मिलता है.

TRAINEE DOCTOR RAPE MURDER CASE
आज काम पर लौटेंगे प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टर्स (AFP)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 21, 2024, 9:24 AM IST

Updated : Sep 21, 2024, 11:07 AM IST

कोलकाता: पश्चिम बंगाल के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर संग हुई दरिंदगी के बाद पूरे देश में विरोध-प्रदर्शन हुए. नाराज जूनियर डॉक्टरों ने इस मामले को लेकर ममता सरकार के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया. हालात यह हो गए कि स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गईं. सीएम ममता बनर्जी और सुप्रीम कोर्ट ने डॉक्टरों से काम पर वापस आने के आदेश भी दिए, लेकिन उनकी भी नहीं सुनी गई.

ताजा जानकारी के मुताबिक नाराज जूनियर डॉक्टर आज शनिवार से काम पर लौट आए हैं, लेकिन उन्होंने शर्त रखी है कि वे केवल इमरजेंसी सेवाओं के लिए उपलब्ध रहेंगे. इसके साथ-साथ वे बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा भी करेंगे. इन लोगों ने साफ कर दिया है कि वे लोग ओपीडी सेवाएं नहीं देंगे. इससे पहले प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने शुक्रवार को स्वास्थ्य भवन से लेकर सीबीआई ऑफिस तक एक लंबा मार्च निकाला. डॉक्टरों का विरोध-प्रदर्शन 42 दिनों तक चला.

बता दें, विरोध-मार्च निकालने के बाद डॉक्टरों ने एक प्रेस कॉफ्रेंस भी की, जिसमें कहा गया कि बाढ़ के विकराल रूप को देखते हुए काम पर लौटने का फैसला किया गया है. उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई न्याय मिलने तक जारी रहेगी. विरोध-प्रदर्शन कर रहे एक डॉक्टर देबाशीष ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की अगली सुनवाई तक हमारी नजर बनी हुई है, अगर हमलोगों को न्याय नहीं मिला तो हमारा प्रदर्शन फिर से शुरू होगा.

इससे पहले हावड़ा ब्रिज पर प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों को रोकने के लिए करूब 6 हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी. पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज किया आंसू गैस के गोले भी छोड़े. वहीं, पश्चिम बंगाल मेडिकल काउंसिल ने केस के चर्चित चेहरे और आरजी कर मेडिलक कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष का मेडिकल रजिस्ट्रेशन भी निरस्त कर दिया है. इससे पहले उन्हें पद से भी हटा दिया गया था.

आरजी-कर मामले का विरोध कर रही 2 छात्राओं को क्लासरूम से बाहर निकाला

वहीं बांकुड़ा में प्रोफेसर ने आरजी कर मामले का विरोध करने पर दो छात्राओं को क्लास से बाहर निकाल दिया. वे राज्य के पूर्व मंत्री भी हैं. यह घटना शुक्रवार को बांकुड़ा के सरदामणि महिला महाविद्यालय में हुई. प्रोफेसर का नाम श्यामल संतरा है. वे उस कॉलेज में भूगोल विभाग के प्रमुख हैं और इलाके में सत्तारूढ़ टीएमसी के प्रमुख पदाधिकारी भी हैं. हालांकि, उन्होंने दावा किया कि विरोध के नाम पर वास्तव में अराजकता चल रही थी. इसलिए उन्होंने 2 छात्राओं को क्लास से बाहर निकाल दिया.

ज्ञात हो कि इससे पहले भी श्यामल संतरा के खिलाफ धमकी संस्कृति की शिकायत है. हालांकि, उन्होंने छात्रों को कक्षा से निकाले जाने के बारे में स्पष्ट किया कि एक महीने तक कक्षा में अराजकता थी. वे छात्र कॉलेज में आए और विभिन्न प्रकार के आंदोलन किया. इसलिए विभागाध्यक्ष के रूप में, अन्य छात्रों की शिकायतों के आधार पर उन्हें कक्षा में आने से प्रतिबंधित कर दिया गया है. इस संबंध में भाजपा जिला अध्यक्ष सुनीलरुद्र मंडल ने कहा कि हम इस घटना की कड़ी निंदा करते हैं. तृणमूल नेताओं और कार्यकर्ताओं ने किसी भी घटना के खिलाफ विरोध करने पर धमकी भरा माहौल बनाया है. वहीं सीपीएम जिला सचिव अजीत पति ने कहा कि एक शिक्षित व्यक्ति ने एक अशिक्षित व्यक्ति की तरह व्यवहार किया है. हम इस घृणित संस्कृति की कड़ी निंदा करते हैं.

पढ़ें: RG Kar Case: पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष का मेडिकल रजिस्ट्रेशन रद्द, अब डॉक्टर की प्रैक्टिस नहीं पाएंगे, जूनियर डॉक्टर कल हड़ताल वापस लेंगे

कोलकाता: पश्चिम बंगाल के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर संग हुई दरिंदगी के बाद पूरे देश में विरोध-प्रदर्शन हुए. नाराज जूनियर डॉक्टरों ने इस मामले को लेकर ममता सरकार के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया. हालात यह हो गए कि स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गईं. सीएम ममता बनर्जी और सुप्रीम कोर्ट ने डॉक्टरों से काम पर वापस आने के आदेश भी दिए, लेकिन उनकी भी नहीं सुनी गई.

ताजा जानकारी के मुताबिक नाराज जूनियर डॉक्टर आज शनिवार से काम पर लौट आए हैं, लेकिन उन्होंने शर्त रखी है कि वे केवल इमरजेंसी सेवाओं के लिए उपलब्ध रहेंगे. इसके साथ-साथ वे बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा भी करेंगे. इन लोगों ने साफ कर दिया है कि वे लोग ओपीडी सेवाएं नहीं देंगे. इससे पहले प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने शुक्रवार को स्वास्थ्य भवन से लेकर सीबीआई ऑफिस तक एक लंबा मार्च निकाला. डॉक्टरों का विरोध-प्रदर्शन 42 दिनों तक चला.

बता दें, विरोध-मार्च निकालने के बाद डॉक्टरों ने एक प्रेस कॉफ्रेंस भी की, जिसमें कहा गया कि बाढ़ के विकराल रूप को देखते हुए काम पर लौटने का फैसला किया गया है. उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई न्याय मिलने तक जारी रहेगी. विरोध-प्रदर्शन कर रहे एक डॉक्टर देबाशीष ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की अगली सुनवाई तक हमारी नजर बनी हुई है, अगर हमलोगों को न्याय नहीं मिला तो हमारा प्रदर्शन फिर से शुरू होगा.

इससे पहले हावड़ा ब्रिज पर प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों को रोकने के लिए करूब 6 हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी. पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज किया आंसू गैस के गोले भी छोड़े. वहीं, पश्चिम बंगाल मेडिकल काउंसिल ने केस के चर्चित चेहरे और आरजी कर मेडिलक कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष का मेडिकल रजिस्ट्रेशन भी निरस्त कर दिया है. इससे पहले उन्हें पद से भी हटा दिया गया था.

आरजी-कर मामले का विरोध कर रही 2 छात्राओं को क्लासरूम से बाहर निकाला

वहीं बांकुड़ा में प्रोफेसर ने आरजी कर मामले का विरोध करने पर दो छात्राओं को क्लास से बाहर निकाल दिया. वे राज्य के पूर्व मंत्री भी हैं. यह घटना शुक्रवार को बांकुड़ा के सरदामणि महिला महाविद्यालय में हुई. प्रोफेसर का नाम श्यामल संतरा है. वे उस कॉलेज में भूगोल विभाग के प्रमुख हैं और इलाके में सत्तारूढ़ टीएमसी के प्रमुख पदाधिकारी भी हैं. हालांकि, उन्होंने दावा किया कि विरोध के नाम पर वास्तव में अराजकता चल रही थी. इसलिए उन्होंने 2 छात्राओं को क्लास से बाहर निकाल दिया.

ज्ञात हो कि इससे पहले भी श्यामल संतरा के खिलाफ धमकी संस्कृति की शिकायत है. हालांकि, उन्होंने छात्रों को कक्षा से निकाले जाने के बारे में स्पष्ट किया कि एक महीने तक कक्षा में अराजकता थी. वे छात्र कॉलेज में आए और विभिन्न प्रकार के आंदोलन किया. इसलिए विभागाध्यक्ष के रूप में, अन्य छात्रों की शिकायतों के आधार पर उन्हें कक्षा में आने से प्रतिबंधित कर दिया गया है. इस संबंध में भाजपा जिला अध्यक्ष सुनीलरुद्र मंडल ने कहा कि हम इस घटना की कड़ी निंदा करते हैं. तृणमूल नेताओं और कार्यकर्ताओं ने किसी भी घटना के खिलाफ विरोध करने पर धमकी भरा माहौल बनाया है. वहीं सीपीएम जिला सचिव अजीत पति ने कहा कि एक शिक्षित व्यक्ति ने एक अशिक्षित व्यक्ति की तरह व्यवहार किया है. हम इस घृणित संस्कृति की कड़ी निंदा करते हैं.

पढ़ें: RG Kar Case: पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष का मेडिकल रजिस्ट्रेशन रद्द, अब डॉक्टर की प्रैक्टिस नहीं पाएंगे, जूनियर डॉक्टर कल हड़ताल वापस लेंगे

Last Updated : Sep 21, 2024, 11:07 AM IST
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