भोपाल। मध्य प्रदेश में एक बार फिर से मौसम में तेजी से परिवर्तन देखने को मिलेगा, दरअसल एक मजबूत पश्चिमी विछोभ जो की तेजी से भारत की ओर बढ़ रहा है, उसके चलते 15 अक्टूबर से प्रदेश में अगले तीन दिनों तक मौसम प्रभावित रहेगा. इसके प्रभाव से तीन दिनों तक प्रदेश के अलग-अलग संभागों में बारिश होने की संभावना बताई गई है. मौसम विभाग ने कई जगहों पर वज्रपात की भी स्थिति बनने की संभावना जताई है, ऐसे में किसानों को सलाह दी गई है कि वह अपनी कटी हुई फसलों को सुरक्षित स्थानों पर रख लें.
अगले 3 दिनों का मौसम का हाल: मध्य प्रदेश में इस समय मौसम का मिजाज काफी तीखा बना हुआ है, प्रदेश में कई जिलों में तापमान 35 डिग्री से ज्यादा पहुंच गया है. रात में भी तापमान में गिरावट ज्यादा नहीं है और लोगों को गर्मी का एहसास हो रहा है, ऐसे में आने वाले अगले तीन दिनों में मौसम में परिवर्तन आएगा, लेकिन यह परिवर्तन पूरे मध्य प्रदेश में प्रभाव नहीं डालेगा. मध्य प्रदेश मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटे के अंदर जैसा की अनुमानित था एक पश्चिमी विछोभ जो कि ईरान के आसपास सक्रिय हुआ था जो कि आगामी दो से तीन दिनों के अंदर पश्चिम उत्तर भारत को प्रभावित करेगा, जिसके चलते आगामी 48 घंटे में मध्य प्रदेश में 15 अक्टूबर से लेकर अगले 3 दिनों तक प्रदेश के उत्तरी और मध्य क्षेत्र में कहीं-कहीं गरज चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है.
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यहां-यहां होगी हल्की से मध्यम बारिश: पश्चिमी विछोभ से ग्वालियर चंबल संभाग, उज्जैन संभाग का कुछ हिस्सा जो की राजस्थान से लगे हुए हैं, वह प्रभावित हो सकते हैं इन जगहों पर कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की जाएगी. वहीं 16 अक्टूबर की अगर बात करें तो ग्वालियर चंबल संभाग, उज्जैन संभाग, भोपाल संभाग, सागर संभाग, रीवा संभाग, इंदौर संभाग के जिले झाबुआ धार में भी हल्की से मध्यम बारिश के साथ-साथ कुछ जगहों पर बज्रपात होने की भी संभावना जताई गई है. 17 अक्टूबर की अगर हम बात करें तो ग्वालियर चंबल संभाग, सागर संभाग, रीवा संभाग के जिले शामिल हैं, उनमें कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश के साथ-साथ कुछ जगहों पर बज्रपात होने की भी संभावना जताई गई है. इस वेदर सिस्टम के चलते हुए किसानों को सलाह दी गई है कि जो भी फसल कटी हुई उनके खेतों में रखी हैं उसको सुरक्षित कर लें और आने वाली फसलों की बुवाई अगले दो से तीन दिनों तक ना करें.