भोपाल। मध्यप्रदेश में अगस्त का महीना सूखा गुजरने से समस्याएं बढ़ गई थीं. लेकिन सितंबर शुरू होते ही मानसून मध्यप्रदेश पर मेहरबान है. सितंबर में प्रदेश के लगभग सभी जिलों में हो रही बारिश ने सूखे के संकट को टाल दिया है. हालांकि बारिश का सिलसिला कई जिलो में थोड़ा कमजोर पड़ा है. मौसम विभाग के अनुसार अभी कोई मजबूत वेदर सिस्टम के सक्रिय ना होने के चलते प्रदेश में अगले 2 दिन तक हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं. लेकिन बुधवार शाम तक बंगाल की खाड़ी में एक लो प्रेशर एरिया के सक्रिय होते ही प्रदेश में अगले दो दिन में फिर से एक बार तेज बारिश होने की संभावना है.
अगले एक सप्ताह तक बारिश : मौसम के नए सिस्टम के प्रदेश में सक्रिय होते ही अगले एक सप्ताह तक प्रदेश के लगभग सभी जिलो में बारिश दर्ज की जाएगी. राजधानी सहित आसपास के जिलो में मंगलवार से ही बादल छाए हुए हैं और रुक-रुककर बारिश का दौर जारी है. बुधवार को भी रीवा, सागर, ग्वालियर, चंबल में भारी वर्षा के साथ ही भोपााल और नर्मदापुरम संभाग के जिलों में हल्की बारिश की संभावना जताई गई है. मध्यप्रदेश मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में अभी तक जो बारिश हुई है, वह सामान्य से लगभग 12 प्रतिशत कम है.
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इन जिलों में कहीं तेज तो कहीं मध्यम बारिश : प्रदेश में अभी अगले दो दिनो में जो वेदर सिस्टम बनेगा, उससे होने वाली बारिश से इस कमी के पूरा होने की संभावना है. माना जा रहा है कि प्रदेश के कई जिले अभी सामान्य बारिश के आंकड़े से नीचे हैं. वहां भी 20 सितंबर तक होने वाली बारिश से खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अशोकनगर, ग्वालियर जिलो में बारिश का आंकड़ा सामान्य स्तर तक पहुंच जाएगा. मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को जबलपुर संभाग के कटनी, मंडला, डिंडौरी सहित आसपास के जिलों में मध्यम से भारी बारिश की संभावना है. इसके साथ ही गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर, उमरिया, डिंडोरी, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, टीकमगढ़ और निवाड़ी में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है.