MP Weather Update Today 19 December 2023: मध्य प्रदेश का मौसम में तेजी से बदला देखने को मिल रहा है. प्रदेश में आ रही उत्तरी हवाओं ने अब रफ्तार पकड़ ली है, जिसके कारण राजधानी सहित पूरे प्रदेश में दिन के तापमान में गिरावट दर्ज किया जा रही है. इसके साथ ही रात के तापमान में भी 2 से 3 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है, मध्य प्रदेश में अब जो मौसम में परिवर्तन हुआ है उसके बाद शीत लहर चलने जैसी स्थिति बन गई है. प्रदेश के रीवा, उमरिया और पचमढ़ी में न्यूनतम तापमान 6 डिग्री के आसपास दर्ज किया जा रहा है, राजधानी भोपाल में भी रात का तापमान 9 डिग्री के आसपास पहुंच गया है और दिन में भी ठंडी हवाएं चलने से तापमान में 2 डिग्री के आसपास गिरावट जांच की जा रही है. ऐसे में आने वाले 2 से 3 दिनों में प्रदेश में तेज ठंड पड़ने के आसार हैं, स्वास्थ्य विभाग ने भी शीतलहर के चलने के आसन का जताई है और लोगों के लिए एडवाइजरी जारी की है.
एमपी के मौसम के हाल: मध्य प्रदेश मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में कोई मजबूत वेदर सिस्टम सक्रिय नहीं है, जिसके कारण उत्तर भारत से आ रही ठंडी हवाएं 10 से 12 किलोमीटर की रफ्तार से प्रदेश में चल रही है. इसकी वजह से दिन और रात दोनों के तापमान में गिरावट देखने में मिल रही है, इसके साथ ही राजस्थान में बना हुआ वेस्टर्न डिस्टरबेंस अब उत्तर प्रदेश तक आ गया है. इस कारण हवाओं की रफ्तार में तेजी आने की संभावना है और प्रदेश में शीत लहर चलने जैसी स्थिति बन रही है. प्रदेश में अभी उज्जैन, इंदौर, नर्मदापुरम, भोपाल और जबलपुर संभाग के जिलों में दिन के अधिकतम तापमान में सामान्य से 1 से 2 डिग्री गिरावट दर्ज की गई है. वहीं अगर न्यूनतम तापमान की बात करें तो भोपाल, रीवा, शहडोल और उज्जैन संभाग के जिलों में न्यूनतम तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की जा रही है. इसके अलावा शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, टीकमगढ़, निमाड़ी, रीवा, छतरपुर में हल्के से मध्यम कोहरे की भी सम्भवना जताई गई है.
मौसम में बदलाव के कारण एडवाइजरी जारी: प्रदेश में हो रहे हैं मौसम के बदलाव को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को सतर्क रहने के लिए एडवाइजरी जारी की है, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर तिवारी ने शीतघात व शीत लहर को लेकर पर्याप्त सावधानी बरतने की अपील आम नागरिकों से की है. उन्होने बताया कि "शीत ऋतु में वातावरण का तापमान अत्यधिक कम होने पर शीत लहर का चलना प्रारंभ हो जाता है, जिसके कारण मानव स्वास्थ्य पर अनेक विपरित प्रभाव जैसे सर्दी जुकाम, बुखार, निमोनिया, त्वचा रोग, फेफड़ों में संक्रमण, हाईपोथर्मिया, अस्थमा, एलर्जी होने की आशंका बनी रहती है. प्रभावी शीत लहर से बचने के लिए गर्म एवं ऐसे कपड़े जिनमें कपड़ों की कई परतें होती है, वह शीत लहर से बचाव के लिए अत्यधिक प्रभावी होते है. इस दौरान रजाई, कंबल, स्वेटर, गर्म कपडों का उपयोग किया जाना चाहिए एवं मफलर, आवरण युक्त जलरोधी जूतों का उपयोग किया जाना चाहिए." इस संबंध में जन जागरूकता के लिए मैदानी स्तर पर आशा, आशा सुपर वाईजर्स, ए एनएम, एमपीडब्ल्यू को जन जागरूकता के लिए निर्देशित करने सिविल सर्जन तथा समस्त विकासखण्ड चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया गया है.