भोपाल। मध्यप्रदेश के मौसम में अभी कोई बहुत बड़े परिवर्तन की सम्भवना नहीं बन रही है. इस दौरान आने वाले समय में 16 से 17 अगस्त के आसपास एक नया साइक्लोनिक सर्कुलेशन जो की बंगाल की खाड़ी के ऊपर बनेगा, जिसके चलते फिर से प्रदेश में एक बार बारिश का दौर देखने को मिलेगा. माना जा रहा है कि 16 अगस्त के आस-पास फिर से पूर्वी मध्यप्रदेश के शहडोल और रीवा संभागों में बारिश का दौर शुरू होगा.
17 से 18 अगस्त को मौसम में आएगा परिवर्तनः मध्यप्रदेश मौसम विभाग के अनुसार अभी प्रदेश में कोई मजबूत वेदर सिस्टम सक्रिय न होने के साथ प्रदेश से अभी कोई टर्फ लाइन भी नहीं गुजर रही है, जिसके चलते प्रदेश में मॉनसून की गतिविधियों में ब्रेक लग गया है. मौसम विभाग का कहना है कि अभी केवल इंदौर, जबलपुर और नर्मदापुरम संभाग के जिलों में कहीं-कहीं शनिवार को बारिश देखने को मिल सकती है. बाकी प्रदेश के अन्य जगहों पर मौसम साफ रहेगा और कहीं भी भारी बारिश होने की संभावना नहीं है. 17 से 18 अगस्त के आसपास ही मौसम में कोई विशेष परिवर्तन देखने को मिलेगा. इससे पहले बारिश न होने की वजह से दिन और रात के तापमान में वृद्धि दर्ज की जा सकती है.
मध्य प्रदेश मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों में प्रदेश में कहीं भी भारी या मध्यम बारिश होने की संभावना नहीं है, लेकिन इसके बाद भी मध्य प्रदेश मौसम विभाग ने प्रदेश के कई जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है, जिसमें नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, सिंगरौली, अनूपपुर, डिंडोरी, भोपाल, बालाघाट, सीहोर, रतलाम, उज्जैन, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार और इंदौर जिलों में बारिश की संभावना जताई है.