भोपाल। आईपीएस की कमी से जूझते एमपी को पिछले बैच में 9 आईपीएस मिले हैं. यह अभी ट्रेनिंग में हैं. इनकी मुलाकात पुलिस मुख्यालय भोपाल में डीजीपी सुधीर सक्सेना से हुई ताे उन्होंने सर्विस के लिए कई जरूरी मंत्र दिए. डीजीपी ने प्रदेश में जिलों की स्थिति एवं संवेदनशील क्षेत्रों की जानकारी देते हुए कहा कि देश की आंतरिक सुरक्षा को मजबूत बनाए रखने के लिए नक्सली उन्नमूलन अभियान में पुलिस के जवानों ने अपनी कार्यकुशलता का परिचय दिया है. पीएफआई के नेटवर्क को भी भेदने में भी मध्य प्रदेश पुलिस कामयाब रही है. आप भी अपनी कार्यकुशलता का परिचय दें. ड्रग्स के कारोबार के साथ साइबर क्राइम पर प्रभावी कार्रवाई करने और डायल 100 जैसी सेवाओं को और सुदृढ़ बनाने में अपना योगदान दें.
महिलाओं की सुरक्षा पहली प्राथमिकता: उन्होंने कहा कि आप सभी कड़ी मेहनत के साथ निष्ठापूर्वक और संतुलन बनाकर कार्य करें. अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ते हुए आप प्रदेश के नागरिकों की सुरक्षा एवं सम्मान के लिए कार्य करें. विशेषकर महिलाओं की सुरक्षा और वंचितों को न्याय दिलाने में हमेशा अग्रसर रहें. प्रदेश में ऐसा वातावरण निर्मित करने का प्रयास करें कि पुलिस विभाग के प्रति नागरिकों का विश्वास और मजबूत हो. आमजन के लिए संवेदनशील रहें और अपराधियों के प्रति सख्त रवैया रखें.
खुफिया तंत्र बनाएं: प्रदेश की आतंरिक सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए अपना शौर्य, पराक्रम और कौशल का शत-प्रतिशत दें. डीजीपी ने कहा कि नागरिक न्याय की उम्मीद लिए पुलिस की ओर देखते हैं. उन्हें यह विश्वास होता है कि किसी भी संकट में पुलिस उनके साथ हैं. आप इस तरह अपनी छवि का निर्माण करें कि नागरिकों की पहुंच पुलिस तक आसान हो सके. आप जनहितैषी कार्यों को हमेशा प्राथमिकता दें. समाज के वंचितों को मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास करें. आपराधिक गतिविधियों काे नियंत्रित करने लिए अपना खुफिया तंत्र बनाएं और सुरक्षित वातावरण बनाएं.
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इन आईपीएस अफसरों ने की मुलाकात: इस मुलाकात के दौरान स्पेशल डीजी मुकेश जैन, श्रीमती अनुराधा शंकर एडीजी (ट्रेनिंग) और पीटीएस भौंरी के एआईजी मलय जैन उपस्थित रहे। डीजीपी से जिन ट्रेनी आईपीएस अफसरों ने मुलाकात की, उनमें अभिषेक रंजन, आदर्श कांत शुक्ला, आनंद कलादगी, अंकित सोनी, आयुष गुप्ता, कृष्ण लालचंदानी, मयूर खंडेलवाल, नरेन्द्र रावत और विदिता डागर शामिल थे.