भोपाल। पवित्र इस्लामी पर्व शब-ए-बारात अकीदत के साथ देश भर में परम्परागत ढंग से मनाया जाएगा. ऑल इंडिया मुस्लिम त्योहार कमेटी के चेयरमैन कायद-ए-मिल्लत, पीरजादा अलहाज हजरत डॉ. औसाफ शाह मीर खुर्रम मियां चिश्ती की कयादत में राजधानी के मुसलमानों द्वारा भी 7 मार्च 2023 को मनाया जाएगा. सभी मस्जिदों, खानकाहों, दरगाहों, इमामबाड़ों, आस्तानों, कब्रिस्तानों और करबला में जाकर लोग फातेहाख़्वानी कर इबादत करेंगे. इसके साथ ही विश्व शांति सद्भाव के साथ-साथ देश की खुशहाली, तरक्की के लिए विशेष दुआएं भी की जायेंगी.
शब-ए-बारात को लेकर प्रशासन के साथ मौलवियों की बैठक
रतजगा कर इबादत करेंगे मुस्लिम बंदेः ऑल इंडिया मुस्लिम त्योहार कमेटी के प्रदेश महासचिव काजी सैय्यद अनस अली चिश्ती ने इस संबंध में जानकारी दी कि शब-ए-बारात पर रात में सभी मुस्लिम बंदे अनेक मस्जिदों और अपने घरों में शब-बेदारी रतजगा कर इबादत करेंगे. इसके साथ दरगाहों, कब्रिस्तानों में जाकर अपने पूर्वजों एवं परिजनों की कब्रों पर दरूद फातिहा पढ़ेंगे और वहां से लौटकर अपने-अपने मोहल्लों की मस्जिदों में इबादत करने सहित नफिल नमाजे (विशेष नमाज) और कुरआन पाक पढ़ेंगे. शब-ए-बारात में अनेक मुस्लिम पुरुष सारी रात जिकरे इलाही कर इबादत करेंगे. महिलाऐं और बच्चे भी घरों में दरूद पाक, कुरआन पाक की तिलावत कर इबादत करेंगे और यह सिलसिला अलसुबह तक जारी रहेगा. अनेक घरों में सेहरी,अफ्तारी और रोजा रखने का भी एहतेमाम किया जाएगा.
अल्लाह पाक हर इंसान की दुआ कुबूल फरमाता हैः शब-ए-बारात की फजीलत के बारे में पीरजादा हजरत डॉ. खुर्रम मियां चिश्ती ने बताया कि इस्लामी मत के अनुसार शब-ए-बारात फैसलों की रात मानी जाती है. इस रात में अल्लाह पाक हर व्यक्ति की दुआ को कुबूल फरमाता है और उसके गुनाहों को माफ कर देता है. जो व्यक्ति भी अल्लाह पाक से जो कुछ भी मांगता है, उसे इस रात में मिल ही जाता है. यह भी बताया जाता है कि इस रात में फरिश्ते दुनिया के सभी बंदों का साल भर का आमालनामा यानी लेखा-जोखा भी अल्लाह पाक के समक्ष पेश करते हैं. जिस पर अल्लाह पाक अपनी कुदरत से फैसले फरमाता है और बंदों को खुशहाली, तंदुरुस्ती और इनाम, दौलत, सेहत की नेमतों, रहमतों से नवाजता है.