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सांसद साध्वी प्रज्ञा ने लॉटरी खिलाने के फैसले का किया स्वागत, भनोट बोले- भगवान सरकार को दे सदबुद्धि

मध्य प्रदेश में लॉटरी और सट्टे को वैधानिक करने के निर्णय का सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने स्वागत किया है, तो वहीं कांग्रेस नेता तरुण भनोट ने फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए भगवान से सरकार को सदबुद्धि देने की प्रार्थना की है.

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Published : Sep 8, 2021, 9:01 PM IST

सांसद साध्वी प्रज्ञा ने लॉटरी खिलाने के फैसले का किया स्वागत, भनोट बोले- भगवान सरकार को दे सदबुद्धि
सांसद साध्वी प्रज्ञा ने लॉटरी खिलाने के फैसले का किया स्वागत, भनोट बोले- भगवान सरकार को दे सदबुद्धि

भोपाल/जबलपुर। मध्य प्रदेश सरकार के लॉटरी (Lottery) और सट्टे (Betting) को वैधानिक करने के निर्णय को भोपाल की सांसद प्रज्ञा ठाकुर (Pragya Thakur) ने सही बताया है. प्रज्ञा ठाकुर का कहना है कि "सरकार की नई नीतियां हैं जिसमें समाज का लाभ हो, वो कार्य वो प्रारंभ कर रहे हैं."

सांसद साध्वी प्रज्ञा ने लॉटरी खिलाने के फैसले का किया स्वागत

जनता के हित में है फैसला

प्रज्ञा ठाकुर (Pragya Thakur) ने इस नीति को समर्थन करते हुए जनता के हित में बताया है. सांसद का कहना है कि "इसका उद्देश्य आम लोगों को लाभ पहुंचाना है. कोरोना के समय में जिस तरह से आर्थिक स्थिति डगमगाई है, उसका रूप दूषित नहीं करना चाहिए. लॉटरियां यहां कई प्रकार की चलती हैं, केवल नाम ही उसका लॉटरी दे दिया गया है"

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समाज का भी होगा लाभ

सांसद ने कहा कि "कोरोना काल में आर्थिक स्थितियां डगमगा गई है. इसलिए सरकार नया तरीका ला रही है, जिससे धनउपार्जन हो सके, साथ ही समाज का भी लाभ हो और लोग अच्छे से जीवन यापन कर सकें. जिसमें समाज की सेवा हो सके, ऐसा कार्य हमेशा करना चाहिए."

भनोट बोले- भगवान सरकार को दे सदबुद्धि

सरकार का फैसला अफसोस की बात

इधर लॉटरी दोबारा चालू करने को लेकर कांग्रेस हमलावार है. पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के विधायक तरुण भनोट (Tarun Bhanot) ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है. भनोट ने कहा कि "कोरोना काल में लोग बर्बाद हो गए हैं, लोगों के पास पैसा नहीं बचा है, लोग बेरोजगारी से जूझ रहे हैं. ऐसी स्थिति में सरकार लॉटरी खिलाएगी यह बहुत ही अफसोस की बात है. यहां लोगों के पास खानों को कुछ नहीं है."

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भगवान सरकार को सदबुद्धि दे

पूर्व मंत्री तरुण भनोट (Tarun Bhanot) ने कहा कि "ना जाने सरकार ऐसा क्यों कर रही है और सरकार की आखिर इसके पीछे क्या मंशा है यह समझ से परे है. सरकार सिर्फ राजस्व प्राप्ति के लिए इस तरह के हथकंडे अपना रही है. भगवान इन्हें सद्बुद्धि दे, ताकि सरकार इस निर्णय को बदलें. अगर सरकार को राजस्व बढ़ाना है तो उसके बहुत सारे तरीके हैं पर लॉटरी खिलाना कहीं से भी सही नहीं है."

भोपाल/जबलपुर। मध्य प्रदेश सरकार के लॉटरी (Lottery) और सट्टे (Betting) को वैधानिक करने के निर्णय को भोपाल की सांसद प्रज्ञा ठाकुर (Pragya Thakur) ने सही बताया है. प्रज्ञा ठाकुर का कहना है कि "सरकार की नई नीतियां हैं जिसमें समाज का लाभ हो, वो कार्य वो प्रारंभ कर रहे हैं."

सांसद साध्वी प्रज्ञा ने लॉटरी खिलाने के फैसले का किया स्वागत

जनता के हित में है फैसला

प्रज्ञा ठाकुर (Pragya Thakur) ने इस नीति को समर्थन करते हुए जनता के हित में बताया है. सांसद का कहना है कि "इसका उद्देश्य आम लोगों को लाभ पहुंचाना है. कोरोना के समय में जिस तरह से आर्थिक स्थिति डगमगाई है, उसका रूप दूषित नहीं करना चाहिए. लॉटरियां यहां कई प्रकार की चलती हैं, केवल नाम ही उसका लॉटरी दे दिया गया है"

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समाज का भी होगा लाभ

सांसद ने कहा कि "कोरोना काल में आर्थिक स्थितियां डगमगा गई है. इसलिए सरकार नया तरीका ला रही है, जिससे धनउपार्जन हो सके, साथ ही समाज का भी लाभ हो और लोग अच्छे से जीवन यापन कर सकें. जिसमें समाज की सेवा हो सके, ऐसा कार्य हमेशा करना चाहिए."

भनोट बोले- भगवान सरकार को दे सदबुद्धि

सरकार का फैसला अफसोस की बात

इधर लॉटरी दोबारा चालू करने को लेकर कांग्रेस हमलावार है. पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के विधायक तरुण भनोट (Tarun Bhanot) ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है. भनोट ने कहा कि "कोरोना काल में लोग बर्बाद हो गए हैं, लोगों के पास पैसा नहीं बचा है, लोग बेरोजगारी से जूझ रहे हैं. ऐसी स्थिति में सरकार लॉटरी खिलाएगी यह बहुत ही अफसोस की बात है. यहां लोगों के पास खानों को कुछ नहीं है."

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भगवान सरकार को सदबुद्धि दे

पूर्व मंत्री तरुण भनोट (Tarun Bhanot) ने कहा कि "ना जाने सरकार ऐसा क्यों कर रही है और सरकार की आखिर इसके पीछे क्या मंशा है यह समझ से परे है. सरकार सिर्फ राजस्व प्राप्ति के लिए इस तरह के हथकंडे अपना रही है. भगवान इन्हें सद्बुद्धि दे, ताकि सरकार इस निर्णय को बदलें. अगर सरकार को राजस्व बढ़ाना है तो उसके बहुत सारे तरीके हैं पर लॉटरी खिलाना कहीं से भी सही नहीं है."

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