भोपाल। मध्यप्रदेश में कमलनाथ के खिलाफ लगाए गए पोस्टर्स पर अभी भी सियासी संग्राम मचा हुआ है. जहां बीजेपी ने इस मामले से पल्ला झाड़ लिया और कह दिया कि हमें तो मीडिया से पता चला कि पोस्टर्स लगे हैं, लेकिन पोस्टर्स को लेकर बीजेपी के हमले लगातार जारी हैं. बीजेपी प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट कर बताया कि ये पोस्टर्स जनता का आक्रोश दिखा रहे हैं. वहीं राजधानी में कमलनाथ के बाद शिवराज सिंह के भी पोस्टर देखने मिले. लिहाजा दोनों ही पार्टी ने एक-दूसरे के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई है.
बीजेपी ने बताई कांग्रेस की गुटबाजी: बीजेपी प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट कर बताया कि ये पोस्टर्स जनता का आक्रोश दिखा रहे हैं. बीजेपी का कहना है कि कमलनाथ को करप्शन बताने वाले पोस्टर किसने लगाए यह पता नहीं. बीजेपी का कहना है कि य ह जनता का आक्रोश है और जनता भी अब घोटालों और भ्रष्टाचार का हिसाब मांग रही है. जिस तरह की बात सामने आ रही है कि भोपाल की सड़कों पर कमलनाथ के खिलाफ पोस्टर लगाए गए हैं, उससे तो कांग्रेस के नेताओं का ही आपसी अंतर्द्वंद व गुटबाजी नजर आ रहा है.
कांग्रेस-बीजेपी ने एक-दूसरे पर कराई एफआईआर: नरेंद्र सलूजा ने कहा अगर ये कांग्रेस की गुटबाजी नहीं है तो जब कांग्रेस पुलिस में शिकायत दर्ज कराने गयी तो दिग्विजय सिंह गुट के पीसी शर्मा ने मौके पर मौजूद होने के बावजूद पुलिस को दिये शिकायती आवेदन पर हस्ताक्षर क्यों नही किये. दाल में कुछ काला है...बता दें जहां कांग्रेस ने इन पोस्टर्स के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई तो वहीं बीजेपी ने भी कांग्रेस के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज कराई है. बीजेपी का आरोप है कि इंस्टाग्राम टीम द्वारा मुख्यमंत्री शिवराज के खिलाफ एक नेशनल चैनल का मोनो उपयोग कर उनकी छवि धूमिल कराई है. जिसे लेकर बीजेपी ने थाने में लिखित शिकायत की है.
राजधानी में अब लगे सीएम शिवराज के पोस्टर: बता दें शुक्रवार को सुबह जहां कमलनाथ के पोस्टर चर्चा में रहे और क्यूआर कोड के साथ उन पोस्टर्स को स्कैन कर भ्रष्टाचार की पूरी जानकारी दिए जाने की बात कही गई. वहीं शाम होते-होते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पोस्टर भी चर्चा का विषय बन गए. राजधानी भोपाल के पांच नंबर और बोर्ड ऑफिस चौराहे के आसपास शिवराज के यह पोस्टर लगे मिले. जिन पर शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल के दौरान हुए घोटालों का विवरण लिखा गया था. पोस्टर पर लिखा है 'शिवराज नहीं घोटाला राज' शिवराज के 18 साल घपले और घोटालों की भरमार. पोस्टर में डंपर घोटाला, व्यापम महा घोटाला, पोषण आहार घोटाला, ई टेंडरिंग घोटाला, कारम डैम घोटाला, कन्यादान घोटाला जिक्र है.