भोपाल। मध्य प्रदेश में इसी साल होने वाले विधानसभा चुनावों में अब बीजेपी व कांग्रेस को टक्कर देने के लिए तीसरा मोर्चा भी चुनाव मैदान में होगा. दावा किया गया है कि तीसरा मोर्चा भाजपा और कांग्रेस का विकल्प बनेगा. भोपाल के गांधी भवन में करीब 16 दलों ने मिलकर तीसरे मोर्चे का ऐलान किया है. जिसमें वे पार्टियां शामिल हैं, जो बीजेपी और कांग्रेस को हराने के लिए खुद को जनता के बीच जाएंगी.
अपनी सरकार बनाओ, संविधान बचाओ मोर्चा : तीसरे मोर्चे में 16 पार्टियां शामिल हैं. इनमें जयस, AIMIM, OBC महासभा, भारतीय गोंडवाना पार्टी, जन विकास पार्टी, परिवर्तन पार्टी ऑफ़ इंडिया, इंक़लाब विकास दल, समता मूलक समाज पार्टी, राष्ट्रीय समानता दल मध्य प्रदेश, क्रांति जनशक्ति पार्टी, आरक्षित समाज पार्टी आदि शामिल हैं. ओबीसी महासभा के राष्ट्रीय पदाधिकारी लोकेंद्र गुर्जर ने कहा है कि मध्य प्रदेश में ओबीसी, आदिवासी और पिछड़ों के साथ अन्याय हो रहा है. बीजेपी की सरकार इन सभी के खिलाफ है. बीजेपी के साथ कांग्रेस भी सिर्फ राजनीतिक चुनाव को देखते हुए उनके पक्ष में बात करती है.
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दावा कि हम देंगे तीसरा विकल्प : तीसरे मोर्चे के नेताओं ने दावा किया है कि हम लोग सभी लोगों को साथ लेकर चलेंगे. तीसरे विकल्प के रूप में जनता के सामने हम होंगे. ऐसे में हम सभी लोग मिलकर साथ में चुनाव लड़ेंगे. 230 विधानसभा सीटों में से 180 विधानसभा सीटों पर हम लोग चुनाव लड़ेंगे. जिसमें 80 सीटें आदिवासी वर्ग की हैं. इन सीटों पर खास फोकस रहेगा. वहीं एआईएमआईएम मध्य प्रदेश के पदाधिकारी तौकीर निज़ामी का कहना है कि तीसरे विकल्प के रूप में जनता के पास कोई नहीं था, जो अब मिल जाएगा. इस मोर्चे को ओवैसी के समर्थन के सवाल पर निजामी का कहना है कि मध्यप्रदेश में तीसरे मोर्चे में हम शामिल हैं. इसकी पूरी जानकारी ओवैसी को भी है.