भोपाल। विधानसभा चुनाव के पहले उज्जैन में टिकट को लेकर घमासान मचा हुआ है, कांग्रेस नेत्री नूरी खान ने अब अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव और प्रदेश के सह प्रभारी कुलदीप इंदौरा को चेतावनी दी है. उन्होंने कहा है कि जिसने विधानसभा चुनाव में मुस्लिम समाज को टिकट न देने की बात की है, उसे फिर से शहर का अध्यक्ष बनाया जाता है, तो इसका साफ मतलब है कांग्रेस पार्टी को मुस्लिम समाज के वोट नहीं चाहिए. यह विवाद पिछले दिनों उज्जैन शहर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष रवि भदौरिया के ऑडियो वायरल होने के बाद शुरू हुआ था, हालांकि विवादित ऑडियो के बाद पार्टी ने उन्हें अध्यक्ष पद से हटा दिया था.
नूरी खान बोली मेरा किसी से बैर नहीं: विवादित ऑडियो के बाद गहराए विवाद को शांत करने के लिए आखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव और प्रदेश के सह प्रभारी कुलदीप इंदौरा उज्जैन पहुंचे थे, लेकिन इसी दौरान ढोल बजाने और नारेबाजी शुरू हो गई और इससे तमतमाई नूरी खान ने इंदौरा को चेतावनी दे डाली. हालांकि उन्होंने कहा कि "हमारी किसी के साथ कोई व्यक्तिगत बैर नहीं है, लेकिन जिस तरह से ढोल बनाए गए और नारेबाजी की गई यह गलत है. जिस समाज के लिए टिप्पणी की गई, उसके सामने स्थिति पूरी तरह साफ हो जानी चाहिए."
नूरी खान यहीं नहीं रुकीं, उन्होने कहा कि, "टिप्पणी करने वाला व्यक्ति यदि फिर पार्टी में आता है तो इससे अच्छा मैसेज नहीं जाएगा. यदि इस संबंध में पार्टी कोई निर्णय करेगी तो उसका मैं सम्मान करूंगी, लेकिन जिस भी व्यक्ति ने पार्टी लाइन से बाहर जाकर काम किया है, उसके खिलाफ पार्टी को कदम उठाने चाहिए."
इस ऑडियो पर उठा था विवाद: दरअसल पार्टी के पूर्व अध्यक्ष रवि भदौरिया का पिछले दिनों एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वे यह कहते सुनाई दे रहे थे कि धार्मिक नगरी उज्जैन में किसी भी मुसलमान को विधानसभा का टिकट नहीं मिलेगा, चाहे कोई भी कितनी भी कोशिश कर ले. इसके ऑडियो के आने के बाद से ही कांग्रेस में हलचल शुरु हो गई थी और फिर मामला इतना बढ़ा कि रवि भदौरिया पर पार्टी काफी सख्त नजर आई.
कौन हैं नूरी खान जिन्होने राहुल गांधी के साथ की थी यात्रा: नूरी खान कांग्रेस की तेजतर्रार युवा नेता हैं जो उज्जैन से आती हैं. उज्जैन में उनका काफी असर और रसूख है. वो कांग्रेस की प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर सभी मुद्दों को लेकर आंदोलन में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेती हैं. नूरी खान को कमलनाथ और दिग्विजय सिंह का करीबी माना जाता है. उन्होने 2023 विधानसभा चुनाव के लिए उज्जैन उत्तरी सीट से दावेदारी की है. ये बात पुराने कांग्रेसियों की टेंशन बढ़ा रही है. माना जा रहा है कि जिस तरह से वो पार्टी में लगातार एक्टिव हैं उन्हे टिकट मिल सकता है. वो अपने क्षेत्र में इतनी सक्रीय हैं कि BJP के नेता भी मजबूत विकल्प तलाश रहे हैं.
नूरी खान ने साल 2022 में पार्टी के प्रवक्ता पद से भी इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद खुद कमलनाथ ने उनसे बात की थी जिसके बाद मामला सेटल हुआ था. NSUI से जुड़ी रहीं नूरी को राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की गुड लिस्ट में गिना जाता है. राहुल गांधी के साथ वो भारत जोड़ो यात्रा में लगातार चलती रहीं और कश्मीर से आई तस्वीरों में वो काफी मुखर भी दिखी थीं. उन्होने असम के कांग्रेसी नेता और विधायक रकीबुदीन से निकाह किया है.