भोपाल। मध्य प्रदेश के किसी जिले में होने वाली किसी घटना, दुर्घटना या अपराध से जुड़ी तमाम जानकारी पुलिस सोशल मीडिया पर उपलब्ध कराएगी. जिले के आला अधिकारी सोशल मीडिया पर अपने अकाउंट बनाएंगे और तमाम घटनाओं को लेकर लोगों को जानकारी देंगे. इसको लेकर पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को सोशल मीडिया पर अकाउंट बनाने के निर्देश दिए हैं. इससे लोगों से पुलिस का संवाद का दायरा बढ़ेगा, साथ ही लोगों तक सही जानकारी पहुंच पाएगी.
अफवाह पर लगाम लगाने की कोशिश
कई बार आपराधिक घटनाओं को लेकर सोशल मीडिया पर फर्जी खबरें तेजी से फैलती हैं. इसको रोकने और सही तथ्य लोगों तक पहुंचाने के लिए पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों के एसपी को निर्देश दिए हैं कि सभी पुलिस अधिकारियों को ट्वीटर, फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अपना अकाउंट बनाना होगा. साथ ही इसके माध्यम से जनता से संवाद बेहतर करने के निर्देश दिए है.
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पुलिस और जनता के बीच होगा टू वे कम्युनिकेशन
इसी के साथ मध्य प्रदेश की आधिकारिक पुलिस वेबसाइट पर जिलों से जुड़ी तमाम गतिविधियों को साझा करने की व्यवस्था की गई है. पुलिस अधिकारियों की कोशिश है कि पुलिस अधिकारियों के सोशल मीडिया पर आने से उनका जनता से सीधा जुड़ाव हो सकेगा. इससे लोगों तक सही जानकारी पहुंच सकेगी. वहीं लोग भी अपने सुझाव सोशल मीडिया के जरिए पुलिस तक पहुंचा सकेंगे.
ऑनलाइन शिकायत का विकल्प भी खुला
उधर पुलिस मुख्यालय ने ऑनलाइन शिकायत कराने के लिए e-FIR की सुविधा शुरू की है. पिछले 5 दिनों में ट्रायल के तौर पर शुरू की गई ई-एफआईआर के तहत दो दर्जन से ज्यादा शिकायत दर्ज की गई है. ऑनलाइन शिकायत कराने वालों में भोपाल जैसे बड़े शहरों के अलावा छोटे शहरों के लोग भी शामिल है. ई-एफआईआर के तहत सामान्य चोरी के मामले दर्ज किया जा रहे हैं. फिलहाल यह अभी ट्रायल मोड पर है, जिसे अगले दो माह में लॉन्च किया जाएगा.
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पुलिस और जनता के बीच संवाद होगा बेहतर
डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से पुलिस द्वारा की जाने वाली कार्रवाई को जनता के बीच पहुंचाने के लिए यह कदम उठाया गया है. इससे लोगों को जानकारी मिल सकेगी कि जिले की पुलिस द्वारा क्या कार्रवाई की जा रही है.
चंचल शेखर, अतिरिक्त पुलिस महानिदेषक, राज्य अपराध अभिलेख ब्यूरो