भोपाल। पर्ची वाले दरबार पर सवाल उठाने के बाद पंडोखर सरकार के गुरुशरण महाराज ने महामंडलेश्वर उत्तम स्वामी महाराज को चुनौती दी है कि, वो पंडोखर सरकार आएं और देखें कि चमत्कार कैसे होते हैं. उन्होंने कहा कि, अपने साथ महामंडलेश्वर माइंड रीडर को भी लेकर आएं. अगर पंडोखर धाम में ये माइंड रीडर धूल ना चाट जाएं तो कहना. पंडोखर सरकार ने दावा किया है कि, वो ऐसा माइंड रीडर लाकर दिखाएं जो 2 महीने चार महीने पहले आने वाले व्यक्ति की पर्ची लिखकर रख देता हो. पंडोखर सरकार ने ये चुनौती महामंडलेश्वर उत्तम स्वामी महाराज के बागेश्वर धाम और पंडोखर सरकार में लगाए जा रहे पर्ची दरबार पर उठाए गए सवाल के जवाब में दी है.
दरबार मदारी का खेल नहीं: पंडोखर सरकार के गुरुशरण महाराज ने महामंडलेश्वर उत्तम स्वामी महाराज को चुनौती देते हुए कहा है कि, दरबार कोई मदारी का खेल नहीं है कि, किसी ने रसगुल्ला मांगा तो दे दिया. छेना मांगा तो दे दिया. नट जादूगर करते होंगे ऐसा, लेकिन महामंडलेश्वर ने पंडोखर सरकार के बारे में जाना नहीं है. उन्होंने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि, महामंडलेश्वर उत्तमदास महाराज आप पुराण शास्त्रों का अध्ययन नहीं करते. असल में वास्तविक साधू संतों से आपका अब तक सामना ही नहीं हुआ.
माइंड रीडर को धूल चटाने की चेतावनी: गुरुशरण महाराज ने कहा कि, उत्तम दास महाराज को 'मैं पंडोखर सरकार आमंत्रित करता हूं कि, अपने माइंड रीडर के साथ वे आए और अगर वो पानी ना मांग ले तो कहना. उन्होंने कहा कि, कौन सा ऐसा माइंड रीडर है जो दो महीने चार महीने पहले से प्रश्न उत्तर लिखकर रख देता हो. पंडोखर सरकार में तो दो महीने पहले से व्यक्ति के प्रश्न उत्तर लिखा जाते हैं. कौन सा माइंड रीडर दरबार चलाता है. मैं मिलना चाहता हूं उनसे'. उन्होंने कहा कि, मैं देखना चाहता हूं कि पंडोखर सरकार की तरह कौन पर्चा बना बाता है. बॉडी से भंवे देखकर कुछ कह देते होंगे लेकिन वो सत्य नहीं है. उन्होंने जारी किए वीडियो में महामंडलेश्वर उत्तम दास महाराज को बार बार चुनौती दी कि वे आएं और माइंड रीडर को साथ लेकर आएं अगर वो धूल ना चाट ले तो कहना.
इस बयान से उठा विवाद: ये विवाद महामंडलेश्वर उत्तम स्वामी महाराज के उस बयानके बाद में उठा है. जिसमें उन्होंने बागेश्वर धाम और पंडोखर सरकार में लगाए जा रहे दरबारों पर सवाल उठाया था और कहा था कि, ऐसा कोई चमत्कार नहीं होता. हमारे सनातन धर्म के संस्कार ऐसे नहीं है. उन्होंने ये भी कहा था कि हमारे यहां आजकल कई माइंडर रीडर भी होते हैं. जो चेहरा देखकर सारी बातें बता देते है. इसी तरह का प्रयोग मुझे पंडोखर सरकार में भी दिखाई देता है. पंडोखर सरकार में जो हो रहा है वो भी माइंड रीडिंग का ही एक प्रकार है.