भोपाल। मध्यप्रदेश का विधानसभा सत्र भले ही पांंच दिवसीय हो, लेकिन विपक्ष पूरी तरह से मुस्तैद है. कांग्रेस विधायक दल की बैठक में बीजेपी सरकार में हो रहे घोटाले को लेकर चर्चा हुई. सभी विधायकों को पहले ही प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कह दिया था कि अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र के घोटालों पर रिपोर्ट तैयार करें. सभी विधायकों के पास अपना अपना होमवर्क था. (MP Assembly Monsoon Session) (MP Congress BJP meeting vidhansabha)
विधानसभा के सत्र में बीजेपी की बढ़ेगी मुश्किलें: विधानसभा का सत्र सत्ताधारी बीजेपी की मुश्किलें खड़ी करने वाला है. कांग्रेस के तरकश में भारी तीर हैं, सबसे बड़ा ज्वलंत मुद्दा पोषण आहार घोटाला है और वो भी आदिवासी बाहुल्य इलाकों में सबसे ज्यादा पोषण आहार घोटाला हुआ है. कारम डैम के साथ अन्य डैम जो कि बह गए. इन्हीं को लेकर विधायक पूरी तरह से सरकार को घेरने की तैयारी में हैं. वे सरकार से सदन में जवाब मांगेगे. बारिश में हुए नुकसान की भरपाई को लेकर भी मुद्दा उठाया जाएगा. वहीं पूर्व मंत्री तरुण भनोट ने कहा की विधानसभा में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाएंगे. साथ ही जबलपुर में हुए यूरिया घोटाले का भी मामला उठाऊंगा. वहीं बिशप की गिरफ्तारी पर उन्होंने कहा कि मामले की जांच होना चाहिए. वर्षों से घोटाला हो रहा था, लेकिन सरकार ने ध्यान नहीं दिया जबकि कई बार शिकायतें दर्ज हो चुकी थी.
MP Assembly Monsoon session: हंगामेदार रहेगा विधान सभा का मॉनसून सत्र, विपक्ष ने पूछे हैं 15 सौ से ज्यादा सवाल
कमलनाथ के निवास पर आयोजित हुई विधायक दल की बैठक: पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के निवास पर कांग्रेस विधायक दल की बैठक आयोजित की गई. बैठक में मध्य प्रदेश के नवनियुक्त प्रभारी महासचिव जयप्रकाश अग्रवाल भी शामिल हुए. बैठक के बाद पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने कहा कि विधानसभा सत्र में पोषण आहार के घोटाले का मुद्दा उठाएंगे. कैग की रिपोर्ट के अनुसार करोड़ों का घोटाला हुआ है. विधायक कुणाल चौधरी ने कहा कि मध्य प्रदेश का दुर्भाग्य है इतना छोटा सत्र रखा गया, सत्र की अवधि को बढ़ाना चाहिए. प्रतिदिन मध्य प्रदेश में घोटाले हो रहे हैं. लूट सके तो लूट लो योजना चल रही है, प्रदेश में घोटाले ज्यादा सत्र के दिन कम. प्रदेश की जनता की बात रखने के लिए 4 दिन तक सत्र चलाने की मांग भी उठाई है. वहीं मध्य प्रदेश कांग्रेस के नवनियुक्त प्रभारी जेपी अग्रवाल ने कहा कि विपक्ष का जो काम है, वो सत्र के दौरान करेंगे. साथ ही कहा कि कांग्रेस का मध्य प्रदेश का संगठन मजबूत है.
क्या रणनीति अपनाएगी सत्ताधारी बीजेपी: संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा भी विपक्ष के तीखे सवाल झेलने को तैयार हैं. नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि सत्र की अवधी भले ही कम है, लेकिन कांग्रेस को किसने रोका है, वो चाहे तो घंटे बढ़ा लें, लेकिन कांग्रेस ये नहीं चाहती. वो तो सिर्फ हंगामा करती है, यदि वे सारगर्भित चर्चा करना चाहें तो हम तैयार हैं. (MP Assembly Monsoon Session) (MP Congress BJP meeting vidhansabha)
बीजेपी विधायक दल बैठक में बनी रणनीति: विधानसभा सत्रों की बात करें तो ज्यादातर विधानसभा सत्रों में बीजेपी की बैठक सत्र शुरु होने के एक दिन बाद होती थी, लेकिन वर्षाकालीन सत्र में बीजेपी सरकार को पता है कि विपक्ष कई मुद्दों पर घेर सकता है, लिहाजा सीएम शिवराज ने सत्र के पहले सीएम निवास पर विधायकों की बैठक ली और कहा गया कि आपके पास जो सरकार के तथ्य हैं, उनको ही सामने रखें. कांग्रेस कई मुद्दों पर आरोप लगाएगी, लेकिन मंत्रियों और विधायकों को आक्रामक रहना है. मंत्रियों से कहा गया कि आपके सामने विभागों की रिपोर्ट आ गई है, सिर्फ इस पर ही आपको फोकस रहना है. जिससे कांग्रेस मुद्दा न बना सके.