भोपाल। मध्यप्रदेश में चुनावों के पहले केंद्र की बीजेपी ने मंत्रियों का सर्वे कराया है(mp bjp survey on ministers) और जो रिपोर्ट सामने आई है, वो चौकाने वाली है. शिवराज मंत्रिमंडल के 32 सदस्यों में 27 फीसदी मंत्री चुनाव हार रहे हैं. यानि करीब 12 से 14 मंत्री ऐसे हैं, जिनके क्षेत्र में न तो जनता उनसे खुश और न ही कार्यकर्ता. हाल ही में सूबे के मुखिया शिवराज सिंह ने अपने मंत्रियों को बुलाकर उनका रिपोर्ट कार्ड बताया और उन्हें उनके क्षेत्र का रिपोर्ट कार्ड बताया.
सर्वे रिपोर्ट के बाद सीएम ने ली क्लास: वहीं उसके बाद मंत्रियों की क्लास भी ली. ये सब इस वजह से किया जा रहा है की जो केंद्रीय हाईकमान की सर्वे रिपोर्ट है, उसमें ये सामने आया है कि अभी जो मंत्रिमंडल सदस्य हैं, उनमें 12 से 14 मंत्री चुनाव हार रहे हैं (shivraj government many ministers lose election). हैरान करने वाली बात ये है की ये वे मंत्री हैं, जो संघ के कोटे से हैं.पार्टी सूत्रों के मुताबिक ये वे चेहरे हैं, जो पहली बार मंत्री बने हैं. ये मंत्री अपने क्षेत्र की जनता की नब्ज पकड़ने में नाकाम रहे हैं, चौकाने वाले सर्वे में सिंधिया समर्थक मंत्री भी शामिल हैं.
कैबिनेट मंत्री जो हार सकते हैं चुनाव: जगदीश देवड़ा, बृजेंद्र प्रताप सिंह, महेंद्र सिंह सिसौदिया, मोहन यादव, उषा ठाकुर, प्रेम सिंह पटेल, हरदीप सिंह डंग, बिसाहुलाल सिंह
राज्य मंत्री जो हार सकते हैं चुनाव: इंदर सिंह परमार, रामखेलवान पटेल, ओपीएस भदौरिया, सुरेश धाकड़.
मंत्री जिनकी रिपोर्ट पॉजिटिव: नरोत्तम मिश्रा, गोपाल भार्गव, विजय शाह, भूपेंद्र सिंह, तुलसी सिलावट, यशोधरा राजे, कमल पटेल, विश्वास सारंग, गोविंद सिंह राजपूत, प्रभुराम चौधरी, ओमप्रकाश सखलेचा, राजवर्धन सिंह, अरविंद भदौरिया, प्रद्युम्न सिंह तोमर
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क्या नए चेहरे उतार सकती है बीजेपी: पार्टी अपने स्तर पर सर्वे कराती है. साथ ही सरकार भी मंत्रियों की सर्वे रिपोर्ट लेती है. शिवराज सिंह ने विधानसभा सत्र के बाद लगातार दो विधायकों से वन टू वन किया और उसके बाद सीधे मंत्रियों की बैठक ली. पार्टी सूत्रों की मानें तो 30 से 35 फीसदी बीजेपी के विधायकों के सामने हार का खतरा है. दूसरी बात ये भी सामने आ रही है की गुजरात की तर्ज पर पार्टी यहां भी 40 से 50 फीसदी नए चेहरों को मैदान में उतारेगी. जिनकी रिपोर्ट ठीक नहीं है, उन्हें पार्टी बाय बाय कर देगी. हालांकि बीजेपी के सर्वे पर पार्टी प्रवक्ता नेहा बग्गा का कहना है की बीजेपी सर्वे में नहीं बल्कि सर्व करने में विश्वास करती है. नेहा ने कहा कि कांग्रेस में सर्वे होते हैं, जैसे लक्ष्मण सिंह ने कहा था की वर्तमान में कांग्रेस के विधायक और पूर्व मंत्री चुनाव हार रहे हैं, हमारे यहां कार्यकर्ता सर्वे करता है जो 24 घंटे जनता के बीच रहता है.
कमलनाथ भी करा चुके हैं सर्वे: वहीं कांग्रेस भी दो सर्वे करा चुकी है. कांग्रेस के मौजूदा 95 विधायकों में 37 और 17 पूर्व मंत्रियों की स्थिति मजबूत है. कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी से जब इन सर्वे पर पूछा गया तो उनका कहना था ये सब बातें निराधार हैं. हमारे यहां नेता और विधायक कमलनाथ के नेतृत्व में लगातार जमीन पर काम कर रहे हैं. जिस तरह से प्रदेश में हालत हैं. उनसे साफ है की इस बार बीजेपी का सूपड़ा साफ हो जाएगा और अबकी बार फिर कमलनाथ मुख्यमंत्री बनेंगे.