भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार यानी आज मंत्रियों को डिनर पर बुलाया है. सीएम द्वारा मंत्रियों को डिनर पर बुलाने की चर्चा से सियासत एक बार फिर गरमा गई है. अचानक डिनर पर बुलाए जाने से मंत्रियों के बीच ये चर्चा जोरों पर है कि कहीं मुख्यमंत्री उनके विभागों को बदलने की बात न कह दें. हालांकि माना जा रहा है की शिवराज डिनर डिप्लोमेसी के जरिए मंत्रियों से उनके विभागों के कामकाज और फीडबैक पर चर्चा करेंगे.
शिवराज के घर मंत्रियों का डिनर: रात 8 बजे मुख्यमंत्री निवास पर डिनर का आयोजन रखा गया है. सभी मंत्रियों को फोन कर दिया गया है. डिनर के पहले शिवराज मंत्रियों से उनके कामकाज के बारे में चर्चा करेंगे. इसके अलावा मंत्रियों की परफॉर्मेस रिपोर्ट से उन्हें रूबरू कराया जाएगा. फिलहाल शिवराज सरकार में 4 मंत्रियों के पद खाली हैं और ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले सीएम शिवराज अपनी टीम का विस्तार भी कर सकते हैं. अभी सीएम शिवराज सहित कैबिनेट में 31 मंत्री हैं. जबकि प्रदेश में कुल मंत्रियों की संख्या 35 हो सकती.
सियासी समीकरण को बैठाने की कोशिश: मंत्रियों के परफॉर्मेंस के साथ जातीय और क्षेत्रीय समीकरण पर रहेगा जोर: माना जा रहा है कि केंद्रीय नेतृत्व से सीएम मुलाकात कर चुके हैं. वहां से भी हरी झंडी मिल गई है. चुनाव में आदिवासी और दलित वोट बैंक को साधने के लिए आदिवासी और दलित चेहरे को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है. साथ ही महाकौशल के साथ विंध्य में संतुलन बिठाने के लिए यहां से भी मंत्री पद दिया जा सकता है.