ETV Bharat / state

MP मेडिकल कॉलेजों में प्रशासक की नियुक्ति का विरोध शुरू, हड़ताल पर डॉक्टर्स

मेडिकल कॉलेजों में प्रशाशक नियुक्त करने को लेकर डॉक्टर मेडिकल टीचर हड़ताल पर चले गए हैं, भोपाल में गांधी मेडिकल कॉलेज के बाहर डॉक्टर ने नारेबाजी कर अपना विरोध जताया. दरअसल आज कैबिनेट में इस प्रस्ताव को लाया जा रहा है.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Nov 22, 2022, 9:35 AM IST

भोपाल। प्रदेश के सभी 13 मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर्स ने हड़ताल शुरू कर दी है, यह सभी मेडिकल कॉलेजों में प्रशासक की नियुक्ति का विरोध कर रहे हैं. इनका कहना है कि मांग नहीं मानी गई तो प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर्स, नर्स ओर मेडिकल स्टाफ की अनिश्चितकालीन हड़ताल हो जाएगी.

क्यों हो रहा विरोध: दरअसल, मेडिकल कॉलेजों में प्रशासक की नियुक्ति का विरोध एक बार फिर शुरू हो गया है, इस बार सरकार मंगलवार यानी आज होने वाली कैबिनेट में इसका प्रस्ताव लेकर आने वाली है, गुपचुप तरीके से इसकी तैयारी चल रही थी. लेकिन जैसे ही डॉक्टर एसोसिएशन और इसकी जानकारी मिली उन्होंने इसका विरोध शुरू कर दिया है. कल यानी सोमवार को इन सभी डॉक्टर्स ने काली पट्टी बांधकर विरोध किया था, उनका कहना था कि अगर इनकी मांग पूरी नहीं की गई तो प्रदेश के सभी मेडिकल अस्पतालों में अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू हो जाएगी.

सड़कों पर आकर करेंगे विरोध: डॉक्टर्स का कहना है कि प्रशासक के आने से मेडिकल सुविधाओं का विस्तार नहीं होगा, जबकि अस्पतालों में डॉक्टर्स कि ज्यादा से ज्यादा नियुक्ति होनी चाहिए. भोपाल के मेडिकल कॉलेज को ही 2,000 बिस्तर का अस्पताल बनाया जा रहा है, लेकिन यहां भी डॉक्टर की कमी है. इसके साथ पूरे प्रदेश में अभी भी 5 से 8000 डॉक्टरों की सरकारी स्तर पर कमी है, लेकिन उस और किसी का ध्यान नहीं जा रहा. इनका कहना है कि इस प्रस्ताव को लेकर पहले भी विरोध हो चुका है, लेकिन अब प्रदेश सरकार कैबिनेट में मेडिकल कॉलेज में प्रशासक की नियुक्ति करने का प्रस्ताव गुपचुप तरीके से फिर ला रही है. जिसे यह पास नहीं होने देंगे और सड़कों पर आकर विरोध करेंगे.

डॉक्टरों की लगाई गई ड्यूटी: हड़ताल को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने जेपी अस्पताल के 40 और आयुष विभाग के अतिरिक्त डॉक्टरों की ड्यूटी गांधी मेडिकल कॉलेज भोपाल में की है, जिससे कि मरीजों को प्रॉपर इलाज मिल सके.

MP मेडिकल कॉलेजों में प्रशासक की नियुक्ति का विरोध, डॉक्टर्स-टीचर्स एसोसिएशन का ऐलान

कमलनाथ बोले विचार करे सरकार: मामले को लेकर कल पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा था कि, "मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षक अपनी मांगों को लेकर काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन कर रहे हैं और हड़ताल की चेतावनी दे रहे हैं. प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं की हालत पहले से ही ख़राब है, ऐसे में राज्य सरकार को आम जनता के हित में उनकी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करना चाहिये"

भोपाल। प्रदेश के सभी 13 मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर्स ने हड़ताल शुरू कर दी है, यह सभी मेडिकल कॉलेजों में प्रशासक की नियुक्ति का विरोध कर रहे हैं. इनका कहना है कि मांग नहीं मानी गई तो प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर्स, नर्स ओर मेडिकल स्टाफ की अनिश्चितकालीन हड़ताल हो जाएगी.

क्यों हो रहा विरोध: दरअसल, मेडिकल कॉलेजों में प्रशासक की नियुक्ति का विरोध एक बार फिर शुरू हो गया है, इस बार सरकार मंगलवार यानी आज होने वाली कैबिनेट में इसका प्रस्ताव लेकर आने वाली है, गुपचुप तरीके से इसकी तैयारी चल रही थी. लेकिन जैसे ही डॉक्टर एसोसिएशन और इसकी जानकारी मिली उन्होंने इसका विरोध शुरू कर दिया है. कल यानी सोमवार को इन सभी डॉक्टर्स ने काली पट्टी बांधकर विरोध किया था, उनका कहना था कि अगर इनकी मांग पूरी नहीं की गई तो प्रदेश के सभी मेडिकल अस्पतालों में अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू हो जाएगी.

सड़कों पर आकर करेंगे विरोध: डॉक्टर्स का कहना है कि प्रशासक के आने से मेडिकल सुविधाओं का विस्तार नहीं होगा, जबकि अस्पतालों में डॉक्टर्स कि ज्यादा से ज्यादा नियुक्ति होनी चाहिए. भोपाल के मेडिकल कॉलेज को ही 2,000 बिस्तर का अस्पताल बनाया जा रहा है, लेकिन यहां भी डॉक्टर की कमी है. इसके साथ पूरे प्रदेश में अभी भी 5 से 8000 डॉक्टरों की सरकारी स्तर पर कमी है, लेकिन उस और किसी का ध्यान नहीं जा रहा. इनका कहना है कि इस प्रस्ताव को लेकर पहले भी विरोध हो चुका है, लेकिन अब प्रदेश सरकार कैबिनेट में मेडिकल कॉलेज में प्रशासक की नियुक्ति करने का प्रस्ताव गुपचुप तरीके से फिर ला रही है. जिसे यह पास नहीं होने देंगे और सड़कों पर आकर विरोध करेंगे.

डॉक्टरों की लगाई गई ड्यूटी: हड़ताल को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने जेपी अस्पताल के 40 और आयुष विभाग के अतिरिक्त डॉक्टरों की ड्यूटी गांधी मेडिकल कॉलेज भोपाल में की है, जिससे कि मरीजों को प्रॉपर इलाज मिल सके.

MP मेडिकल कॉलेजों में प्रशासक की नियुक्ति का विरोध, डॉक्टर्स-टीचर्स एसोसिएशन का ऐलान

कमलनाथ बोले विचार करे सरकार: मामले को लेकर कल पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा था कि, "मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षक अपनी मांगों को लेकर काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन कर रहे हैं और हड़ताल की चेतावनी दे रहे हैं. प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं की हालत पहले से ही ख़राब है, ऐसे में राज्य सरकार को आम जनता के हित में उनकी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करना चाहिये"

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.