भोपाल। राजधानी भोपाल की कमान अब आईएएस आशीष सिंह संभालेंगे. बता दें कि आशीष सिंह पूर्व में इंदौर नगर निगम कमिश्नर भी रह चुके हैं, वे इंदौर में 6 माह के अंदर करीब 13 लाख टन कचरे को खत्म करने को लेकर चर्चा में रहे हैं. राज्य सरकार ने एक दिन बाद भोपाल कलेक्टर के नाम को लेकर अपना फैसला बदल लिया है, पूर्व में राज्य सरकार ने सीएम सचिवालय में अपर सचिव और 2010 बैच के आईएएस अधिकारी कौशलेन्द्र विक्रम सिंह को भोपाल कलेक्टर बनाया था. अब उन्हें मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम का एमडी बनाया गया है. इसके अलावा भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया को अब सड़क विकास निगम का प्रबंधन संचालक बनाया गया है, पहले उन्हें जल निगम में एमडी बनाया गया था. राज्य शासन ने नई पदस्थापना और संशोधन को लेकर आदेश जारी कर दिया है.
एमपी आईएएस अधिकारियों की नई पदस्थापना:
- पर्यटन विकास निगम के प्रबंध संचालक एस विश्वनाथन बने जल निगम के प्रबंध संचालक.
- भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया की पदस्थापना में बदलाव किया गया, अब उन्हें मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम का प्रबंध संचालक बनाया गया है.
- कौशलेन्द्र विक्रम सिंह को मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम का एमडी बनाया गया, एक दिन पहले उन्हें भोपाल कलेक्टर बनाए जाने का आदेश जारी किया गया था. अब इसमें संशोधन किया गया है.
- सड़क विकास निगम में प्रबंध संचालक आशीष सिंह को भोपाल कलेक्टर बनाया गया.
इन खबरों पर भी एक नजर: |
इंदौर में अपने काम से आए चर्चा में: भोपाल कलेक्टर आशीष सिंह इसके पहले उज्जैन कलेक्टर और उसके भी पूर्व इंदौर नगर निगम में कमिश्नर रह चुके हैं. इंदौर में 13 लाख टन कचरे का निष्पादन सिर्फ 6 माह में किए जाने के उनके काम की खूब तारीफ हुई थी. उज्जैन में कलेक्टर रहते उन्होंने सरकार की महाकाल लोक की कल्पना को जमीन पर उतारने में खूब पसीना बहाया, इसी तरह उज्जैन में 1 साल में रूद्रसागर का पुनरुद्धार कर उसे बारहमासी बनाया. महाकाल लोक का निर्माण पूरे देश में स्मार्ट सिटी मिशन की गिनती सर्वाधिक प्रभावशाली परियोजना में की जाती है.