भोपाल। गवर्नमेंट महारानी लक्ष्मी बाई गर्ल्स पीजी आटोनोमस कॉलेज के प्रभारी पर स्पोर्ट्स आफिसर ने प्रताड़ना के आरोप लगाए हैं. पीड़ित महिला का कहना है कि प्राचार्य उन्हें गोंड आदिवासी कहकर पुकारते हैं. जातिबोधक शब्दों का गलत उपयोग करते हैं. महिला ने यह भी बताया कि प्राचार्य द्वारा उनकी अनुमति के बिना अन्य कर्मचारियों के माध्यम से उनकी फोटो खिंचवाए गए. इस मामले में संज्ञान लेकर आयोग ने आयुक्त, उच्च शिक्षा विभाग भोपाल से जांच कराकर की गई कार्रवाई के संबंध में तीन सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा है.
भोपाल के आंगनबाड़ी केंद्र का मामला : भोपाल जिले के बैरसिया रोड स्थित विश्वकर्मा नगर करोंद की आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक 248 कभी भी धराशायी हो सकता है. यहां हर दिन छोटे बच्चे एवं गर्भवती महिला आशा कार्यकर्ता के पास जांच के लिये आती हैं. रहवासियों का कहना है कि बीते दिनों सैप्टिक टैंक के लिये नगर निगम ने खुदाई की थी. तब से इसके पिलर दिखने लगे हैं और इसके गिरने की आंशका भी हमेशा बनी रहती है. जिससे यहां आने वाले बच्चों एवं महिलओं को जान का खतरा बना हुआ है. क्षेत्र के आंगनबाड़ी सुपरवाइजर को इसकी जानकारी होने के बाद भी कोई निरीक्षण या सुधार नहीं किये. आयोग ने संयुक्त संचालक भोपाल संभाग भोपाल, महिला एवं बाल विकास विभाग से एक माह में जवाब मांगा है.
सड़कों पर अंधेरा : भोपाल शहर के विद्यासागर से वल्लभ नगर तक बनाई गई सड़क के बीचोंबीच लगे 33 केवी, 11केवी डीटीआर बिजली लाइन के खंभों की शिफ्टिंग नहीं कराई गई. जिससे सड़क पर यही खंभे वाहन चालकों के लिये हादसे का सबब बन गये हैं. इस सड़क का इस्तेमाल स्कूल-कॉलेज और आसपास की कॉलोनियों के 40 हजार से ज्यादा रहवासी करते है. इस मामले में आयोग ने कलेक्टर एवं पुलिस कमिश्नर भोपाल से मामले की जांच कराकर जन सुरक्षा, सुरक्षित यातायात व्यवस्था एवं सम्भावित दुर्घटनाओं को रोकने के लिये किये गये उपायों के बारे में एक माह में जवाब मांगा है.
रायसेन जिले में बिना मुंडेर का कुआं : रायसेन जिले के बेगमगंज क्षेत्र में बीते शनिवार को सरकारी माध्यमिक स्कूल शाहपुर हदाईपुर में अध्ययनरत कक्षा तीसरी के छात्र की मौत हो गई. लंच के समय खेलते हुए स्कूल से 50 मीटर दूर बिना मुंडेर के कुएं के पास जाकर पैर फिसलने से उसकी मौत हो गई. आयोग ने कलेक्टर रायसेन से प्रकरण की जांच कराकर मृतक के वैध उत्तराधिकारियों को शासन की योजना में नियमानुसार देय आर्थिक मुआवजा राशि तथा घटनास्थल के कुएं को जोखिमपूर्ण स्थिति में रखने के लिये दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध कार्रवाई के संबंध में एक माह में प्रतिवेदन मांगा है.
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आंगनबाड़ी व स्कूलों में मिडडे मील : दमोह जिले के तेंदूखेड़ा शहर में आंगबाड़ी एवं प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय के बच्चों को एक सप्ताह से मध्याह्न भोजन नहीं मिलने का मामला सामने आया है. इसके चलते कुछ बच्चे अपने घर से लंच लेकर आ रहे हैं, लेकिन कुछ बच्चे नहीं ला पाते. इस मामले में संज्ञान लेकर आयोग ने कलेक्टर दमोह एवं बाल विकास विभाग परियोजना अधिकारी दमोह से प्रकरण की जांच कराकर मध्याह्न भोजन के संबंध में की गई कार्रवाई और इसे प्रदाय करने में हुये उपेक्षा के संबंध में की गई कार्रवाई का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है.