छतरपुर। खजुराहो में आयोजित जी-20 कल्चर वर्किंग ग्रुप की पहली बैठक में शामिल होने आए प्रतिनिधियों ने यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल में शामिल खजुराहो के पश्चिमी समूह के मंदिरों का भ्रमण किया. प्रतिनिधियों ने लक्ष्मण मंदिर, कंदरिया महादेव मंदिर एवं विश्वनाथ मंदिर का भ्रमण किया और इन मंदिरों की बनावट और वास्तुकला को निहारा और समझा, मंदिर परिसर में जी-20 प्रतिनिधियों का शानदार स्वागत हुआ और इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया.
बुंदेली परंपरा से किया गया स्वागत: जानकारी के अनुसार G20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने आए प्रतिभागी आज पश्चिम मंदिर समूह में बने चंदेल कालीन मंदिरों का अवलोकन करने पहुंचे थे, जहां कड़ी सुरक्षा के साथ उनके द्वारा मंदिरों पर उकेरी गई सभ्यता और विरासत का अवलोकन किया. साथ ही उन्हें यहां की परंपरा से परिचित कराने के उद्देश्य से बुंदेली नृत्य प्रस्तुति के साथ उनका तिलक लगाकर और पुष्प भेंट कर अभिवादन किया गया.
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खजुराहो के वैभव में खो गए जी 20 के प्रतिनिधि: खजुराहो में दो दिनों से चल रही जी-20 सांस्कृतिक समूह की बैठक में शामिल होने आए विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों ने खजुराहो के वैभव के दर्शन किये, तो वे यहां के सौंदर्य में मानी खो से गए. उन्होंने यहां के मंदिरों को देखा और शाम को खजुराहो नृत्य समारोह में भारतीय शास्त्रीय नृत्यों का लुत्फ उठाया, खजुराहो नृत्य समारोह में उन्होंने कथकली पर केंद्रित प्रदर्शनी नेपथ्य का अवलोकन किया और कथकली नृत्य की जानकारी ली. पियाल भट्टाचार्य ने उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया, सेरेमिक और पोटरीज कला पर लगी प्रदर्शनी में भी जी-20 के प्रतिनिधियों ने काफी रुचि दिखाई. उन्होंने आर्ट मार्ट में वाटर कलर की पेंटिंग्स का भी आनंद लिया. इसके बाद सभी प्रतिनिधि मंडल खजुराहो में चल रहे विश्व प्रसिद्ध अंतर्राष्ट्रीय नृत्य महोत्सव में पहुंचे, जहां देश विदेश के प्रख्यात गुरुओं के सानिध्य में शिक्षा प्राप्त कलाकारों द्वारा प्रस्तुत नृत्यों की अभूतपूर्व प्रस्तुतियों को देख यहां की कला संस्कृति से परिचित हुए.