भोपाल। मध्यप्रदेश में खाद का संकट है. सीएम शिवराज सहित कई मंत्री भले ही दावे करें कि खाद संकट नहीं है. लेकिन हर जिले में किसानों की व्यथा इन दावों की पोल खोल रही है. अब तो किसान संघ के पदाधिकारियों ने शिवराज सरकार पर हमलों की बारिश शुरू कर दी है. संघ के मुताबिक प्रदेश में सरकार कहती है कि वह किसानों की सरकार है, लेकिन इसके बाद भी प्रदेश में किसान परेशान हैं. प्रदेश में किसानों को खाद नहीं मिल पा रहा. खाद के लिए किसानों को रातभर लाइन में लगना पड़ रहा है. किसान संघ इसको लेकर आज मंगलवार को एक बड़ी सभा करने जा रहा है.
किसानों को अब तक नहीं मिला मुआवजा : संघ कहना है कि इसके अलावा भारी बारिश के चलते बर्बाद हुई फसलों के मामले में किसानों को अब तक मुआबजा तक नहीं मिल सका है. जबकि सरकार कहती है कि सर्वे करा रहे हैं. किसान संघ ने सवाल उठाया कि अब जबकि जिओ टैगिंग और सर्वे की सुविधा मौजूद है तो फिर सरकार इसकी बात क्यों करती है. किसान संघ इसको लेकर मंगलवार को भोपाल में एक बड़ी सभा ग्राम सभा से विधानसभा सभा तक करने जा रही है.
बड़ी सभा करने की तैयारी : सभा के लिए संघ ने सभी ग्राम सभाओं से किसानों को बुलाया है. इसमें सरकार से किसानों की समस्याओं को दूर करने के लिए विधानसभा का एक अलग सत्र बुलाने की मांग की जाएगी. वहीं, भारतीय किसान संघ अगले माह दिसंबर माह में लागत के आधार पर लाभकारी मूल्य को लागू करने, किसान सम्मान निधि में बढोत्तरी करने, खाद्य उत्पादों पर जीएसटी से राहत देने जैसी मांगों को लेकर किसान गर्जन रैली करने जा रहा है.