भोपाल। आगामी विधानसभा चुनाव में कुशवाहा समाज ने कांग्रेस से 25 विधानसभा सीटों पर टिकट दिए जाने की मांग की है, भोपाल के टीटी नगर दशहरा मैदान में हुए अखिल भारतीय युवा कुशवाहा समाज प्रांतीय सम्मेलन में समाज ने पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ से कई मांग की है. सम्मेलन में कमलनाथ सहित कांग्रेस के कई नेता शामिल हुए, कार्यक्रम में अपनी मांगों को लेकर कुशवाहा समाज ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अमरनाथ को ज्ञापन सौंपा. इसके बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने कहा कि "कांग्रेस सरकार बनने पर कुशवाहा समाज के लोगों के साथ न्याय होगा' इसके साथ ही उन्होंने आश्वासन देने हुए कहा कि "समाज के प्रति जो उचित होगा वह अधिकार दिये जायेंगे."
समाज ने यह रखी मांगें: सम्मेलन में कुशवाहा समाज के प्रदेश अध्यक्ष योगेश मानसिंह कुशवाहा एवं समाज के लोगों द्वारा आगामी विधानसभा में अधिक से अधिक प्रतिनिधित्व दिये जाने की मांग की. मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव 2023 में 25 विधानसभा सीटों पर समाज को टिकिट दिये जाएं, जनसंख्या के अनुपात में राजनीतिक, शैक्षणिक एवं आर्थिक हिस्सेदारी मिले. लोकसभा क्षेत्र भोपाल, विदिशा, मुरैना, ग्वालियर, सागर, खजुराहो, सतना आदि लोकसभा सीटों पर मछुआ समाज को प्रतिनिधित्व दिया जाए, जातिगत जनगणना कराई जाए. कुशवाहा समाज को जनसंख्या के अनुपात में सभी विभागों में आरक्षण जैसी विभिन्न मांगे कुशवाहा समाज द्वारा की गई, कुशवाहा समाज पर हो रहे अन्याय अत्याचारों पर रोक लगाई जाए.
कमलनाथ शिवराज सरकार पर साधा निशाना: कुशवाहा समाज की प्रांतीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने कहा कि "कुशवाहा समाज प्रदेश में बड़ी संख्या में निवास करता है, प्रदेश की भाजपा सरकार इस वर्ग की समस्याओं को नजर अंदाज कर उनके साथ अत्याचार और शोषण कर रही है. शिवराज सरकार में भ्रष्टाचार की एक ऐसी व्यवस्था बनी हुई है, जिससे हर वर्ग परेशान है, हर समाज के लोग परेशान हैं. मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने इन 18 सालों में प्रदेश को पूरी तरह खोखला कर दिया है, कर्ज ले-लेकर ठेका, कमीशन खोरी की सरकार चल रही है, प्रदेश को भ्रष्ट प्रदेश बना दिया है."
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कमलनाथ ने आगे कहा कि "प्रदेश में बीते 18 साल से भाजपा की सरकार है और शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री हैं, लेकिन उन्होंने प्रदेश के लिए कुछ नहीं किया. ऐसा कोई समाज नहीं है, जो भाजपा की जनविरोधी नीतियों से त्रस्त न हो, परेशान न हो. मुख्यमंत्री जी विभिन्न समाज के लोगों को बुलाते हैं, बड़ी-बड़ी पंचायतें और आयोजन करते हैं, लेकिन उन पंचायतों में केवल अपना प्रचार और झूठी घोषणाओं का पुलंदा खोल देते हैं. समाज के लोगों को भ्रमित कर उनके अधिकारों का हनन करते हैं, शिवराज सिंह न महंगाई की बात करते हैं और न रोजगार की, वे तो अब चुनाव को देखते हुए अपनी घोषणाओं की झूठ की मशीन डबल स्पीड़ से चला रहा हैं. 22 हजार पुरानी घोषणाएं भूल गये और अब नयी-नयी घोषणाएं करते जा रहे हैं, शिवराज जी पहले पुरानी घोषणाएं तो पूरी कीजिए?"