भोपाल. राखी से दो दिन पहले शिवराज सरकार ने रक्षाबंधन के उत्साह के बीच प्रदेश की बहनों को खास तोहफा देने का ऐलान किया है. उन्होंने 450 रुपए गैस सिलेंडर देने का वादा प्रदेश की महिलाओं से किया. लेकिन अब इस पर पीसीसी चीफ कमलनाथ ने जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि भाजपा को पवित्र रक्षा बंधन से नहीं, सत्ता बंधन के स्वार्थ से सरोकार है. मुख्यमंत्री सस्ते सिलेंडर की झूठी घोषणा कर बहनों से क्रूर मजाक कर रहे हैं. कमलनाथ यहीं नहीं रुके और एक के बाद एक कई सवाल मुख्यमंत्री से पूछ बैठे.
तंज के लहजे में दागे सवाल: कमलनाथ ने शिवराज के 450 के सिलेंडर पर भी तंज कसा. उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन पर ये झूठी घोषणाएं हैं. इन्हें रक्षाबंधन नहीं सत्ता बंधन से सरोकार है. कोई व्यक्ति भारत के एक पवित्र त्योहार रक्षा बंधन का इस्तेमाल अपनी सत्ता की भूख मिटाने के लिए इस तरह भी कर सकता है, ये मैंने कभी सोचा न था. उन्हें बहनों के रक्षा सूत्र से सरोकार नहीं, वे सिर्फ़ सत्ता के सूत्र अपने हाथ में रखने के खोखले सपने सजा रहे हैं. वे रक्षा बंधन के कोमल संबंधों को नहीं, सिर्फ़ सत्ता बंधन के स्वार्थ को देख रहे हैं.
दो दिन पहले क्यों हुई घोषणा: उन्होंने कहा- आज रविवार है और 30 अगस्त को रक्षाबंधन है. इसके बीच में सिर्फ दो दिन है. इतने बड़े मंच से मुख्यमंत्री ने कह दिया कि सावन के महीने में 450 रुपए में गैस सिलेंडर मिलेगा. क्या यह घोषणा सिर्फ 2 दिन के लिए की गई है. रक्षाबंधन तो सावन के महीने का अंतिम दिन होगा. अभी तक किसी को नहीं पता कि इन ₹450 के गैस सिलेंडर के लिए भी कौन पात्र होगा या कौन अपात्र होगा.
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शिवराज जी स्मृति दोष का शिकार: CM ने 100 यूनिट तक बिजली पर ₹100 बिल आने की बात अपने भाषण में कही है. शिवराज जी स्मृति दोष का शिकार हो गए हैं. ₹100 में 100 यूनिट बिजली तो 2018 में बनी कांग्रेस की सरकार दिया करती थी. अब 3 महीने बाद जो कांग्रेस की सरकार बनने वाली है, उसमें तो 100 यूनिट का बिल जीरो रुपए आएगा. 200 यूनिट तक का बिल हाफ हो जाएगा.
जिसका मन कपट से भरा होता, उसकी भाषा भ्रष्ट हो जाती है: कांग्रेस पार्टी स्पष्ट घोषणा कर चुकी है कि कांग्रेस सरकार महिलाओं को 1500 रुपए महीने देगी. आज इतने बड़े कार्यक्रम में भी मुख्यमंत्री ने बहुत घुमा फिरा कर 1250 रुपए महिलाओं को देने की बात कही. यह भी स्पष्ट नहीं है कि वाकई यह रुपया दिया जाएगा या नहीं. जबकि मध्य प्रदेश की सड़कों पर मुख्यमंत्री ने महीना पहले से ₹3000 महीना देने का इश्तिहार लगा रखा है. जिसके मन में कपट होता है, उसकी भाषा भ्रष्ट हो जाती है. मुख्यमंत्री जी की लड़खड़ाती जवान भी इसी बात की गवाही दे रही है.
ये सवाल भी कमलनाथ ने सीएम से पूछे
- 1 करोड़ 25 लाख परिवारों का रजिस्ट्रेशन आपकी योजना में किया गया ,क्या इसका अर्थ यह नहीं कि 18 साल आपकी सत्ता में लगभग 75 % आबादी आर्थिक रूप से कमज़ोर रह गई. उनके लिए विकास की निर्धारित राशि भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई.
- आपके राज में 60 हजार से अधिक बेटियां बलात्कार और 67 हजार से अधिक बेटियां अपहरण का शिकार क्यों हुईं ? महिला अपराधों के प्रकरण में पेंडेंसी रेट 88% क्यों है ?
- 400 रु गैस का सिलेंडर 1100 रु पार क्यों किया ?
- 60 और 70 रु लीटर का पेट्रोल डीज़ल 100 रु के पार क्यों पहुंचा दिया ?
- 60-70 रु की दाल और तेल 150 रु लीटर/ किलो क्यों पहुंचा दिया ?
- पिछले साल 44 लाख उज्ज्वला बहनों ने एक भी गैस का सिलेंडर क्यों नहीं भरवाया ,18 लाख 84 हजार ने सिर्फ़ एक गैस का सिलेंडर क्यों लिया ?
- क्या आपकी सरकार 14 हजार करोड़ रु प्रति वर्ष पेट्रोलियम प्रोडक्ट पर कर लगाकर प्रदेश की जनता की जेब पर डाका नहीं डाल रही है?
- क्या यह सही नहीं है कि आपने बहन बेटियों को महँगाई की आग में झोंककर 8 से 10 हजार रु प्रति माह उनकी जेब से निकाल लिए हैं और उनको सिर्फ़ 1000 - 1200 रु देकर वोट पाना चाहते हैं?
हमने सीधी बात कही है: कमलनाथ ने कहा,"हमने सीधी बात कही है कि गैस का सिलेंडर ₹500 में देंगे. महिलाओं को हर महीने ₹1500 देंगे. 100 यूनिट तक बिजली माफ करेंगे. 200 यूनिट तक बिजली हाफ करेंगे. किसानों का कर्ज माफ करेंगे. किसानो के सिंचाई के बिजली बिल माफ करेंगे. किसानों के बकाया बिजली बिल माफ कर दिए जाएंगे. किसानों पर लगाए गए झूठे मुकदमे हटा लिए जाएंगे. किसानों को सिंचाई के लिए 12 घंटे बिजली मिलेगी. सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन मिलेगी. नौजवानों को रोजगार मिलेगा."