रीवा। कांग्रेस के पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल गुरुवार को रीवा पहुंचे. जहां उन्होंने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा की "प्रदेश के गृह मंत्री सुबह मेकअप कर कैमरे के सामने आ जाते हैं और शिगूफा छोड़ कर आराम करने चले जाते हैं. गृहमंत्री बहुत निकम्मा या कमजोर हैं, जो अपने दायित्वों का निर्वाहन नहीं कर पा रहे. जिसके कारण लगातार अपराध बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री नई-नई घोषणाएं करते जा रहे हैं. जबकि पुरानी घोषणाएं अभी अधूरी है. उन्होंने कहा कभी विकास पर्व मनाते हैं तो कभी विकास यात्रा निकालते हैं. अगर उन्होंने विकास किया है तो जनता को महसूस होना चाहिए. उनके नेताओं को बताने की जरूरत नहीं है."
रीवा पहुंचे पूर्व मंत्री ने साधा गृहमंत्री और सीएम पर निशाना: पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल आज रीवा पहुंचे. जहां उन्होंने गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को निकम्मा व कमजोर बताया. पूर्व मंत्री ने कहा की गृह मंत्री सुबह बढ़िया चमक धमक के साथ मेकअप करके आ जाते हैं, फिर कैमरे पर शिगूफा छोड़ कर आराम करने चले जाता है. या तो मुख्यमंत्री ने उन्हें कोई अधिकार नहीं दिया या फिर गृहमंत्री बहुत निकम्मा और कमजोर है. जो सही तरीके से अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं कर पा रहे है. जिसके चलते आए दिन अपराध हो रहे हैं. रीवा के हनुमना में दो बच्चियों के साथ गैंगरेप, मैहर में एक बच्ची के साथ दरिंदगी, सीधी, सतना सहित प्रदेश भर में अपराध हो रहे हैं. कानून व्यवस्था के रखवाले नेताओं के रखवाले बने हुए हैं. सिर्फ हाजिरी लगाते हैं, उनके आदेशों का पालन करते हैं. अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाते."
पहले की घोषणाए अधूरी फिर भी सीएम कर रहे नई घोषणाएं: पूर्व मंत्री ने कहा "पूर्व मुख्यमंत्री जितनी सारी घोषणाएं कर रहे हैं, क्या उनकी जरूरत है. जो घोषणाएं उन्होंने पहले की थी. वही आज तक पूरी नहीं हुई. यह एक बड़ा सवाल है. फिर नित नई घोषणाएं करने की क्या जरूरत है. साढ़े 18 वर्षों में प्रदेश की स्थिति सही नहीं बना पाए, आज कानून व्यवस्था कमजोर है. किसानों, महिलाओं और अनुसूचित जनजाति पर अत्याचार हो रहे हैं. छात्रों को स्कॉलरशिप नहीं मिली. छात्रवृत्ति और साइकल का वितरण नहीं हुआ. कभी विकास पर्व मनाते हैं कभी विकास यात्रा निकालते हैं. यह तो प्रदेश की जनता को महसूस होना चाहिए ना कि नेताओं के बताने की जरूरत है.