भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान शिकवा शिकायतों का दौर जारी है. कांग्रेस के सीनियर नेता और नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने भिंड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव की चुनाव आयोग में शिकायत की है. कांग्रेस नेता ने अपनी शिकायत में कहा है कि 'भिंड कलेक्टर ने चुनाव के दौरान बीजेपी के एजेंट के रूप में काम किया है. यदि उनके रहते मतगणना होती है, तो चुनाव परिणाम प्रभावित हो सकता है. उन्होंने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस अधिकारियों को बीजेपी के पक्ष में काम करने के लिए दबाव बना रहे हैं. डॉ गोविंद सिंह ने कहा कि कांग्रेस मुख्य सचिव के खिलाफ पहले भी शिकायत दर्ज कर चुकी है.
चुनाव ड्यूटी में लगे कर्मचारियों को नहीं करने दिया मतदान: डॉ गोविंद सिंह ने कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल के साथ मुख्य चुनाव पदाधिकारी अनुपम राजन को शिकायत की है. अपनी शिकायत में डॉक्टर गोविंद सिंह ने कहा कि जिला निर्वाचन अधिकारी और कलेक्टर भिंड संजीव श्रीवास्तव अपनी पदस्थापना के समय से ही अधीनस्थ कर्मचारियों से पूछते रहे कि डॉक्टर गोविंद सिंह लहार से लगातार सात बार किस तरह चुनाव जीत रहे, इसकी गोपनीय जानकारी दी जाए. विधानसभा चुनाव के दौरान भी जिला निर्वाचन अधिकारी ने साजिश करके लहर में निर्वाचन ड्यूटी में लगे सरकारी अधिकारी कर्मचारियों को वोट डालने से वंचित किया.
जबकि कर्मचारियों द्वारा मतदान हेतु फार्म 12 जमा करने के बाद भी किसी भी कर्मचारियों को पट्टी नहीं दी गई और ना ही उन्हें मत पत्र जारी किया गया. इन कर्मचारियों को 10 नवंबर से 15 नवंबर तक सहायक रिटर्निग ऑफिसर लहार के कार्यालय में मतदान करना था, लेकिन डाक मत मत पत्र सूची में उनका नाम नहीं होने के कारण करीब 600 सरकारी कर्मचारी मतदान नहीं कर सके. इसी तरह सुरक्षा के काम में लगे पुलिस अधिकारी कर्मचारियों को भी मत पत्र जारी नहीं किए गए. इसी तरह चुनाव ड्यूटी में लगे जिन सरकारी अधिकारी कर्मचारी द्वारा डाक मत पत्र से वोट डाले गए, उन्हें कोषालय में जमा नहीं किया गया.
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सिर्फ लहार विधानसभा में घूमते रहे कलेक्टर: डॉ गोविंद सिंह ने अपनी शिकायत में कहा है कि मतदान के दिन जिला निर्वाचन अधिकारी संजीव श्रीवास्तव सिर्फ लहार विधानसभा क्षेत्र में ही घूमते रहे. वह एक विधानसभा बूथ पर दो से तीन घंटे तक बैठे. मेरे ग्रह ग्राम भैंस पूरा के मतदान केंद्र पर कलेक्टर शाम 6:00 बजे तक मौजूद रहे. जबकि उनके जिले में पांच विधानसभा क्षेत्र आते थे. मतदान के दौरान कांग्रेस पार्टी के चुनाव एजेंट को मतदान केंद्र के बाहर बैठा कर रखा गया ताकि पीठासीन अधिकारियों के निर्देश पर भाजपा के पक्ष में फर्जी मतदान कराया जा सके. डॉ गोविंद सिंह ने कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस ने जिला निर्वाचन अधिकारियों द्वारा भाजपा के पक्ष में काम किया है. मुख्य सचिव ऐसी तमाम अधिकारियों के मुख्य हीरो हैं.