भोपाल। मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में एक बार फिर 84 के दंगों का जिक्र शुरू हो गया है. बीजेपी इस बहाने कांग्रेस को घेरने की पूरी तैयारी कर रही है, जिसमें मुख्य रूप से कमलनाथ पर दंगों में दोषी होने के आरोप बीजेपी लग रही है. इसी को लेकर मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री हरदीप सिंह डंक और प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा व नेहा बग्गा ने संयुक्त रूप से पत्रकार वार्ता कर कमलनाथ और कांग्रेस पर निशाना साधा, हरदीप सिंह डंक ने सीधे तौर पर 84 में हुए दंगों में कमलनाथ की भूमिका पर सवाल उठाते हुए उन्हें दोषी तक करार दे दिया है.
1984 के दोषी खुलेआम घूम रहे हैं: डंक ने कहा कि "84 के सिख दंगों में कांग्रेस व कमलनाथ का हाथ था, 84 के कांड में गले में टायर डालकर सिख भाइयों को जिंदा जलाया गया. 84 कांड के दोषी अभी भी खुलेआम घूम रहे हैं. आज ही के दिन गुरु ग्रंथ साहिब जी का पहला प्रकाश पर्व है और पूरे विश्व का सिख समुदाय इसे खुशी व हर्षोल्लाह से मना रहा है, लेकिन यह दुख की बात है कि आज 1984 में सिख समुदाय के ऊपर जो खुला कत्ल आम हुआ था, उसके दोषी आज भी खुले आम घूम रहे हैं."
कांग्रेस आला कमान से मांगा स्पष्टीकरण: हरदीप सिंह डंक ने यहां पर कांग्रेस आला कमान से भी स्पष्टीकरण मांगा है, उन्होंने कांग्रेस के आला कमान से पूछा कि "जिन लोगों के हाथ 84 के सिख नरसंहार में डूबे हुए हैं, उन्हें कांग्रेस के आला कमान ने मध्य प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया है और इन दोषियों को आज भी कांग्रेस के कई महत्वपूर्ण पदों पर क्यों बैठा कर रखा है. कमलनाथ ने जो गुनाह किया है उसे माफ नहीं किया जा सकता, ऐसे में जगदीश टाइटलर के बाद अगली बारी अब कमलनाथ की ही है, यह उन्हें समझ लेना चाहिए."
सिख समुदाय से अपील, कांग्रेस से टिकट न मांगे: इधर डंक ने सिख समुदाय के लोगों से भी अपील की है और कहा है कि "84 के सिख दंगों में दोषी कांग्रेस से दूरी बनाए रखना हम सभी को आज समझ लेना जरूरी है. चुनाव की दृष्टि से जो लोग राजनीति में जुड़े हैं, उनसे यही अपील करता हूं कि वह कांग्रेस से टिकट ना मांगे और सिखों पर हुए नरसंहार का जवाब इन्हें चुनाव में दें." डंक ने सीधे तौर पर यहां दोषियों को सजा दिए जाने की भी मांग की है, उन्होंने कहा कि "जब तक दोषियों को सजा नहीं मिलती, हमें न्याय नहीं मिलता, तब तक हम चुप बैठने वाले नहीं हैं. हम लगातार सड़कों पर भी आंदोलन शुरू करेंगे और 84 के दंगों में दोषी कमलनाथ को किसी भी कीमत पर सजा दिलाने के लिए सिख समुदाय एकजुट होकर आंदोलन की रूपरेखा तैयार करेगा."