भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में अब करीब 2 माह का वक्त बचा है. दोनों ही प्रमुख दल बीजेपी व कांग्रेस उम्मीदवारों के नाम फाइनल करने में जुटे हैं. इस मामले में बीजेपी कांग्रेस से आगे दिख रही है. बीजेपी ने कुछ दिन पहले ही 39 प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी करके बता दिया कि उसकी तैयारी कितनी तेज है. ये 39 सीटें ऐसी हैं, जहां पर बीजेपी को साल 2018 के चुनाव में कांग्रेस से करारी हार का सामना करना पड़ा था. कुछ ऐसी भी सीटें हैं जहां पर बीजेपी लगातार हार रही है. इसके पीछे ये रणनीति मानी जा रही है कि इन हारी सीटों पर घोषित उम्मीदवारों को फील्डिंग जमाने का पर्याप्त समय मिलेगा. साथ ही बगावत को खत्म करने के लिए भी लंबा वक्त मिल जाएगा. दूसरी लिस्ट के सवाल पर बीजेपी के प्रदेश मंत्री व प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल का कहना है "केंद्रीय चुनाव समिति संवैधानिक तौर पर अधिकृत होती है. राष्ट्रीय अध्यक्ष जब भी बैठक करेंगे तो उसके बाद ही प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी होगी."
51 से 60 सीटों पर नाम फाइनल : सूत्र बता रहे हैं कि बीजेपी अपनी दूसरी लिस्ट जारी करने वाली है. ये लिस्ट 27 अगस्त के बाद जारी हो सकती है. इसमें 51 या 60 नाम बताए जा रहे हैं. ये वो सीटें हैं जहां पर 2018 के चुनाव में बीजेपी को कांग्रेस के सामने कम वोटों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था. इनमें कुछ सीटें ऐसी भी हैं, जहां बीजेपी को साल 2020 में हुए उपचुनाव में कम वोटों से हार का सामना करना पड़ा था. इन सीटों पर सर्वे के आधार पर नाम तय कर लिए गए हैं.
दोनों प्रकार की ये सीटें हैं : राजनगर, दमोह, सांवेर, तराना, नार्थ जबलपुर, बुरहानपुर, राऊ, वारासिवनी, देवरी, नागदा, बड़नगर, आलोट, उदयपुरा, देपालपुर, लहार, खरगोन, ब्यावरा, राजपुर, देवरी, भगवानपुरा, कोतमा, अनूपपुर, कटंगी, भितरवार, लखनादौन, सतना, परासिया, चौराई, पश्चिमी जबलपुर, दिमनी, मुरैना, बैतूल, बड़वाह, डिंडोरी, सरदारपुर, मनावर, भांडेर, श्योपुर, शाजापुर, राघोगढ़, झाबुआ, डबरा, भीकनगांव आदि सीटों पर नाम फाइनल हो गए हैं. हालांकि इनमें कई सीटें ऐसी भी हैं जहां एक से लेकर 3 तगड़े दावेदार हैं. लेकिन सूत्र बताते हैं कि पार्टी ने सर्वे के आधार जीतने वाले के नाम फाइनल किए हैं.
पहली लिस्ट के बाद बगावत तेज : बीजेपी द्वारा 39 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी होने के बाद करीब 15 सीटों पर बगावत के सुर तेज हो गए हैं. हालांकि सभी सीटों पर विरोध की खबरें हैं. लेकिन दर्जनभर ऐसी सीटें हैं जिन पर खुलकर बगावत दिख रही है. छतरपुर जिले की छतरपुर व महाराजपुर सीटों के साथ कुक्षी, सोनकच्छ, महेश्वर, चाचौड़ा, बैतूल में मजबूत दावेदारों को टिकट नहीं मिलने से इनके समर्थकों ने खुलेआम बगावत शुरू कर दी है. बुधवार को सोनकच्छ से मजबूत दावेदार राजेंद्र वर्मा के समर्थकों ने भोपाल बीजेपी मुख्यालय पर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की गाड़ी को काफी देर तक घेरे रखा. इन लोगों ने इससे पहले बीजेपी मुख्यालय में जमकर हंगामा किया. छतरपुर में पिछले चुनाव में 2500 वोटों से हारी बीजेपी अर्चना सिंह के समर्थकों ने कांवड़ यात्रा के जरिए बीजेपी आलाकमान को संकेत दे दिए हैं. वहीं, महाराजपुर व महेश्वर में बीजेपी उम्मीदवारों के पुतले जलाए गए.