भोपाल। बीजेपी ने कांग्रेस से पहले 39 सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं. भोपाल उत्तर विधानसभा सीट से उम्मीदवार आलोक शर्मा हैं. अब आलोक शर्मा नई समस्या में उलझते दिख रहे हैं. दरअसल, बीजेपी के उपाध्यक्ष और आलोक शर्मा ने जावरा में कार्यकर्ता सम्मेलन में मुस्लिम समुदाय को लेकर विवादास्पद बयान दिया था. इसकी शिकायत राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग से की गई थी. इस पर आयोग ने संज्ञान लेते हुए जांच रिपोर्ट मांगी है. आयोग की ओर से जारी किए गए पत्र को मुख्य सचिव मध्य प्रदेश शासन को भेजा गया है.
कांग्रेस प्रवक्ता ने की थी शिकायत : इस नोटिस की एक कॉपी शिकायतकर्ता व कांग्रेस नेता अब्बास हाफिज को भी दी गई है. इस पत्र में मुख्य सचिव मध्य प्रदेश शासन से आलोक शर्मा के मुसलमानों पर दिए गए बयान पर पूरी जांच रिपोर्ट मांगी गई है. अब्बास हाफिज का कहना है कि आलोक शर्मा ने जो बयान दिया था, वह सांप्रदायिकता से भरा है. दुखद बात यह है कि इस पर मध्य प्रदेश सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की. शिकायत राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग से की थी. आयोग ने इस मामले में जांच बैठाई है और 21 दिन में इस जांच रिपोर्ट को देने की बात कही है.
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सबूत देने को तैयार : अब्बास का कहना है कि हम इस मामले की निगरानी भी करेंगे और हम मुख्य सचिव से मांग करते हैं कि इस मामले में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और जो भी दोषी हो उन्हें छोड़ा नहीं जाना चाहिए. अब्बास का कहना है कि बीजेपी ने तो आलोक शर्मा को इनाम दिया है. इस विवादास्पद बयान के बाद कि उन्हें बीजेपी प्रत्याशी बना दिया गया है. यह बताता है कि भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा और सोच क्या है. अब्बास का कहना है कि इस मामले में जो भी अन्य दस्तावेज या वीडियो चाहिए तो वह में तमाम चीज देने को तैयार हूं.
आलोक शर्मा ये बोले : इस मामले में आलोक शर्मा का कहना है कि उनके बयान को तोड़ मरोड़ कर शिकायत को प्रस्तुत किया गया है. उनकी किसी भी जाति धर्म को लेकर ऐसी कोई मंशा नहीं है और ना ही थी. अगर पूरा वीडियो देखा जाएगा तो वह इस प्रकार नहीं बोल रहे, जैसा प्रस्तुत शिकायत में है. चुनाव के चलते राजनीतिक लाभ लेने के लिए ये किया गया है. कांग्रेस की साजिश को लोग समझते हैं.