भोपाल। सायबर क्षेत्र में पुलिस की क्षमता निर्माण में प्रथम पुरस्कार, सायबर कॉप आफ द इयर में द्वितीय पुरस्कार मिला है. उत्कृष्टता पुरस्कार के लिए विभिन्न राज्यों के 288 प्रतिभागियों ने भाग लिया. इसमें मध्य प्रदेश सायबर पुलिस को दो पुरस्कार मिले हैं. Capacity Building के फाइनल में केरल और हरियाणा को पीछे छोड़कर मध्यप्रदेश सायबर पुलिस ने पुरस्कार जीता.
गुरुग्राम में हुआ समारोह : हरियाणा के गुरुग्राम में आयोजित Annual Information Security Summit 2022 (AISS)में पुरस्कार प्रदान किए गए. बता दें कि मद्यप्रदेश साइबर पुलिस योजनाबद्ध तरीके से प्रशिक्षण के माध्यम से सायबर अपराध अनुसंधान, सायबर फॉरेंसिक में दक्षता प्राप्त कर रहा है. सायबर क्राइम इंवेस्टीगेशन में अभी तक कुल 10354 पुलिस अधिकारियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक सायबर योगेश देशमुख ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर घोषित (Excellence Awards 2022) में राज्य सायबर पुलिस को सर्वाधिक दो श्रेणियों में पुरस्कार प्राप्त हुए हैं.
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एडीजीपी योगेश देशमुख की रणनीति : अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक सायबर योगेश देशमुख द्वारा वर्ष 2022 के प्रारंभ से ही प्रदेश के सभी 52 जिलों के पुलिस अधिकारियों का प्रशिक्षित करने हेतु व्यापक और व्यवस्थित प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार किया गया. सायबर जोन कार्यालय भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर एवं उज्जैन के माध्यम से प्रत्येक माह प्रशिक्षित किया गया. इस सुव्यवस्थित और सुसंगठित प्रयास को ज्यूरी द्वारा मान्यता देते हुए प्रथम उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान किया गया. DSCI द्वारा देशभर के सभी राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों में सायबर अपराधों के संबंध में की जा रही विवेचना का मूल्यांकन किया गया. मध्य प्रदेश सायबर पुलिस की निरीक्षक नीतू कसोरिया, उपनिरीक्षक राहुल एवं टीम को Cyber Cop Award श्रेणी में द्वितीय पुरस्कार मिला है.