भोपाल। मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव की आदर्श आचार संहिता लगने के बाद पुलिस प्रशासन अलर्ट पर है. चुनाव आयोग ने भी इस पूरे मामले में आवश्यक निर्देश जारी कर दिए हैं. ऐसे में सभी जगहों पर लगे पोस्टर और बैनर हटाने का काम किया जा रहा है. इस पूरे मामले में अब साइबर क्राइम द्वारा चुनाव में लगे अधिकारी व कर्मचारियों के लिए एडवाइजरी जारी की गई है. जिसमें चुनाव ड्यूटी को लेकर साइबर अपराधियों द्वारा बनाए जा रहे जाल को लेकर सतर्क किया गया है.
किसी भी तरह का ओटीपी न करें शेयर: मध्य प्रदेश साइबर क्राइम द्वारा चुनावी ड्यूटी में लगने वाले कर्मचारियों के लिए साइबर फ्रॉड से बचने के लिए एडवाइजरी जारी की गई है. जिसमें बताया गया है कि आदर्श आचार संहिता लागू होने से पहले ही साइबर ठगों ने चुनाव में लगने वाली ड्यूटी के कर्मचारियों को ठगी में फंसाने के लिए एक नया जाल बिछा लिया है. वह कर्मचारियों को फोन करके ड्यूटी वेरीफाई करने के नाम पर ओटीपी मांग रहे हैं. ऐसे में कर्मचारियों से कहा जा रहा कि वे किसी को भी किसी प्रकार का ओटीपी जो की उनके मोबाइल में आए, वह किसी को शेयर ना करें, क्योंकि उस ओटीपी से वह ठगी के शिकार हो सकते हैं.
साइबर फ्रॉड से बचने के लिए इन बातों का रखें ध्यान:
- किसी भी अनजान व्यक्ति को अपनी व्यक्तिगत जानकारी, जैसे कि ओटीपी, बैंक खाता नंबर, या क्रेडिट कार्ड नंबर न दें.
- किसी भी संदिग्ध कॉल या ईमेल का जवाब न दें.
- किसी भी अप्रत्याशित धन हस्तांतरण के लिए सतर्क रहें.
- इसके बाद भी यदि आप फ्रॉड का शिकार हो गए हैं तो तत्काल यह कदम उठाएं
- तत्काल अपने बैंक या क्रेडिट कार्ड कंपनी को घटना के बारे में जानकारी दें.
- साइबर क्राइम सेल में तत्काल शिकायत दर्ज कराएं.
- तत्काल अपने खाते को फ्रीज कराए.
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चुनाव ड्यूटी को लेकर इन बातों का विशेष ध्यान रखें: कर्मचारियों को संबंधित कार्यालय से जो पत्र ड्यूटी के लिए मिलेगा. उससे आपको साफ निर्देशित किया जाएगा कि आपको कहां ड्यूटी करना है. इससे पूर्व में भी शिक्षकों को फोन लगाकर उनके ड्यूटी वेरीफिकेशन और डायरेक्ट अकाउंट नंबर पूछ कर उसमें पैसा डालने की बात कह कर साइबर अपराधी फ्रॉड कर चुके हैं.