भोपाल। विकास दुबे के मध्यप्रदेश में सरेंडर और यूपी में एनकाउंटर के बाद विपक्ष के सवालों को लेकर मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा भले तंज कस रहे हो, लेकिन पूर्व सीएम उमा भारती के सवालों को लेकर कांग्रेस, शिवराज सरकार और नरोत्तम मिश्रा पर हमलावर हो गई है.
कांग्रेस का कहना है कि उमा भारती ने सवाल खड़े किए हैं, वह जनता के सवाल हैं और इनके जवाब पूरा देश जानना चाहता है, लेकिन मध्यप्रदेश के गृहमंत्री तंज कस कर अपने दायित्व से फारिक होना चाहते हैं. भले वह कांग्रेस के सवालों का जवाब ना दें, लेकिन कम से कम अपनी पार्टी की नेता और इस प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री के सवालों का तो जवाब दें.
दरअसल, विकास दुबे के मध्य प्रदेश में हुए सरेंडर पर उमा भारती ने आज ट्वीट करके यूपी पुलिस के एनकाउंटर करने की बधाई देते हुए सवाल खड़े किए, उनके सवाल कुछ ऐसे हैं-
'देवेंद्र मिश्र जैसे ईमानदार डीएसपी एवं उनके साथ 8 पुलिस अधिकारियों एवं सिपाहियों की निर्मम हत्या करने वाले राक्षस विकास दुबे को मार गिराने के लिए युपी पुलिस को बधाई, यूपी पुलिस की जय हो, अभी भी उसने भाग निकलने की चेष्टा की किंतु वह मार गिराया गया.
अब तीन बातें रहस्य की परत में है - वह उज्जैन तक कैसे पहुंचा ? वह महाकाल परिसर में कितनी देर रहा ? उसका चेहरा टीवी पर इतना दिखा कि उसे कोई भी पहचान लेता तो उसको पहचान है जाने में इतना समय कैसे लगा? मैं शिवराज चौहान जी से एवं गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा जी से इस विषय पर बात अवश्य करूंगी किंतु यह सच्चाई तो सामने आ गई कि भगवान महाकाल ने देवेंद्र मिश्र जैसे ईमानदार पुलिस अधिकारी के हत्यारे का संहार कर दिया.'
मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के इस ट्वीट के बाद सियासत तेज हो गई है. विपक्ष के नेताओं पर अफसोस और मातम मनाने का तंज कसने वाले मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से अब कांग्रेस ने सवाल किया है. कांग्रेस ने कहा है कि भले ही आप विपक्ष के सवालों पर तंज कसते रहे, लेकिन मध्यप्रदेश और अपनी ही पार्टी की पूर्व मुख्यमंत्री उमाभारती के सवालों का जबाव तो दें.
इस मामले में मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता का कहना है कि जो उमा भारती ने सवाल खड़े किए हैं, वह जनता के सवाल हैं, देश भर में यह सवाल पूछे जा रहे हैं. जो नरोत्तम मिश्रा केवल तंज कस कर अपने दायित्व से अलग होना चाहते हैं, जो आज कांग्रेस के सवालों के जवाब नहीं देना चाहते हैं, जनता के सवालों के जवाब नहीं देना चाहते हैं, तो प्रदेश और उनकी पार्टी की पूर्व मुख्यमंत्री है, कम से कम उनके सवालों का तो जवाब दें.