भोपाल। सावरकर पर विवादित किताब के मामले में कांग्रेस का रुख अब भी साफ है. कांग्रेस का कहना है कि हमारे प्रशिक्षण शिविर में जो बुकलेट बांटी जा रही है, वो तथ्य और संदर्भ पर आधारित है. इसमें वो बातें भी शामिल हैं, जो खुद सावरकर ने कही हैं. कांग्रेस का कहना है कि गांधी और नेहरू और दूसरे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बारे में झूठ परोसने वाले सच सामने आने पर सहन नहीं कर पा रहे हैं.
इस मामले में मप्र कांग्रेस के विचार विभाग के प्रमुख भूपेंद्र गुप्ता का कहना है कि उस पुस्तक में जो भी छपा है, वो सारी चीजें तथ्यों के आधार पर है. सभी के संदर्भ और स्रोत हैं. उन्होंने कहा कि अगर लोगों को इसमें आपत्तिजनक और विवादग्रस्त लगता है तो उसका संघ, बीजेपी और सावरकर के लोग उसका खंडन करें. जो सावरकर लिख कर गए, उसमें क्या किया जा सकता है. सेवा दल के सदस्यों को वैचारिक रूप से दक्ष करना है तो उन्हें सारी विचारधाराओं के बारे में बताना जरूरी है और यही काम किया जा रहा है.
मध्यप्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता दुर्गेश शर्मा का कहना है कि बीजेपी और शिवसेना कोई भी सवाल खड़े करे, विवाद की कोई गुंजाइश नहीं है. सेवादल में जो किताब बांटी गई है उसमें सत्यता परोसी गई है,कोई झूठ और फरेब नहीं है. महात्मा गांधी, पंडित नेहरू और अनेक स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बारे में संघ झूठ परोसता रहा है. इन सबसे अलग सावरकर के चरित्र और कार्यशैली और उनका बार-बार माफी मांगने की बात के दस्तावेजी साक्ष्य हैं, उसके बारे में कोई झूठ और फरेब नहीं है.
उन्होंने कहा कि अगर किसी बात के प्रमाण होने के बाद भी किसी तरह का विरोध हो रहा है तो साफ है कि झूठ को सही सिद्ध करने के लिए सच को झूठ साबित करने की कोशिश की जा रही है. सत्य की हमेशा जीत हुई है.