भोपाल। दिल्ली में संसद से 146 सांसदों को निलंबित किए जाने के विरोध में मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कांग्रेस ने धरना प्रदर्शन किया. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने संसद से विपक्षी सांसदों को निलंबित किए जाने का कड़ा विरोध जताते हुए घटना को लोकतंत्र की हत्या बताया. जीतू पटवारी ने बीजेपी की केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केन्द्र सरकार लोकतंत्र का गला घोटने का काम कर रही है. आज नंबर सांसदों का आया है, कल आम लोगों का आएगा.
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लोकसभा और विधानसभा में जनप्रतिनिधि की आवाज उनके निर्वाचन क्षेत्र की जनता की आवाज होती है, लोकतंत्र के मंदिर में उस आवाज को इस प्रकार कुचलना लोकतंत्र की हत्या हैI
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) December 22, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
मोदी सरकार इस प्रकार के कृत्य से तानाशाही की पराकाष्ठा को पार कर रही हैI pic.twitter.com/GNgN7HZxXM
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मोदी सरकार इस प्रकार के कृत्य से तानाशाही की पराकाष्ठा को पार कर रही हैI pic.twitter.com/GNgN7HZxXMलोकसभा और विधानसभा में जनप्रतिनिधि की आवाज उनके निर्वाचन क्षेत्र की जनता की आवाज होती है, लोकतंत्र के मंदिर में उस आवाज को इस प्रकार कुचलना लोकतंत्र की हत्या हैI
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मोदी सरकार इस प्रकार के कृत्य से तानाशाही की पराकाष्ठा को पार कर रही हैI pic.twitter.com/GNgN7HZxXM
शिवराज का चेहरा, सीएम दूसरे का बनाया: रोशनपुरा चौराहे पर हुए धरना प्रदर्शन में पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण यादव, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन में शामिल हुए. धरना प्रदर्शन में शामिल हुए प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि पूरे देश में बीजेपी लोकतंत्र का, देश के मौलिक अधिकारों का हनन कर रही है. लोकतंत्र की हत्या कर रही है. चुने हुए जनप्रतिनिधियों को सदन से उठाकर बाहर निकाल रही है. यह जनता और मतदाता का अपमान भी है. आने वाले समय में खतरा जनता के मौलिक अधिकारों का है. यह हर मतदाता और बीजेपी समर्थकों के लिए भी चिंता करने वाला सवाल है.
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भोपाल ज़िला कांग्रेस कमेटी द्वारा मोदी सरकार की तानाशाही और 142 सांसदों के निलंबन के विरोध में आयोजित प्रदर्शन में सम्मिलित हुआ।
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) December 22, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
इस दौरान प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष श्री अरुण यादव जी, पूर्व मंत्रीद्वय श्री सज्जन सिंह वर्मा जी, PC शर्मा जी सहित सहित वरिष्ठ नेतागण एवं… pic.twitter.com/YHVAqqqtJG
">भोपाल ज़िला कांग्रेस कमेटी द्वारा मोदी सरकार की तानाशाही और 142 सांसदों के निलंबन के विरोध में आयोजित प्रदर्शन में सम्मिलित हुआ।
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इस दौरान प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष श्री अरुण यादव जी, पूर्व मंत्रीद्वय श्री सज्जन सिंह वर्मा जी, PC शर्मा जी सहित सहित वरिष्ठ नेतागण एवं… pic.twitter.com/YHVAqqqtJGभोपाल ज़िला कांग्रेस कमेटी द्वारा मोदी सरकार की तानाशाही और 142 सांसदों के निलंबन के विरोध में आयोजित प्रदर्शन में सम्मिलित हुआ।
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इस दौरान प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष श्री अरुण यादव जी, पूर्व मंत्रीद्वय श्री सज्जन सिंह वर्मा जी, PC शर्मा जी सहित सहित वरिष्ठ नेतागण एवं… pic.twitter.com/YHVAqqqtJG
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मध्यप्रदेश में भी शिवराज के चेहरे को आगे रखकर चुनाव लड़ा, लेकिन तानाशाही तरीके से दूसरे को मुख्यमंत्री बना दिया गया. हालांकि शिवराज और सभी विधायकों ने इसे स्वीकार किया, लेकिन यह लोकतांत्रित प्रक्रिया का पालन नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि अलग तरह का भारत बनाएंगे, अच्छे दिन लेकर आएंगे. संपन्न देश बनाएंगे, लेकिन देश सबसे ज्यादा कर्ज में आ गया है, देश में बंटवारे की राजनीति चल रही है. कांग्रेस ने प्रदेश में जिला स्तर पर इसको लेकर धरना प्रदर्शन किया है. आने वाले समय में कांग्रेस ने जिस तरह देश की आजादी की लड़ाई लड़ी थी. उसी तरह संविधान बचाने की लड़ाई कांग्रेस लड़ेगी.
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संसद से निलंबित किए गए 146 सांसद: दरअसल, कांग्रेस ने पूरे देश में विपक्षी सांसदों को संसद की कार्यवाही से निलंबित किए जाने के विरोध में धरना प्रदर्शन किया है. संसद की सुरक्षा में लापरवाही के मामले में विपक्ष प्रधानमंत्री मोदी और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बयान देने की मांग पर अड़ा था. सदन की कार्यवाही के दौरान विपक्ष के बढ़ते हंगामे के चलते 14 दिसंबर को लोकसभा से 14 और राज्यसभा से 1 सांसद को निलंबित किया गया था. इसके बाद 18 दिसंबर को लोकसभा से 45 और राज्यसभा से 33 सांसदों को निलंबित किया गया. 19 दिसंबर को 49 लोकसभा सांसदों को निलंबित किया गया. जबकि 20 दिसंबर को 2 और इसके अगले दिन 21 दिसंबर को 3 लोकसभा सांसदों को निलंबित किया गया. निलंबित किए गए सांसदों में मध्यप्रदेश के कांग्रेस के इकलौते सांसद नकुल नाथ भी शामिल हैं.