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महात्मा गांधी की 150वीं जयंती की तैयारियों में जुटी मध्यप्रदेश कांग्रेस

भोपाल में महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती पर होने वाले क्रार्यक्रमों को लेकर मध्यप्रदेश कांग्रेस कार्यालय में अनुसूचित जाति विभाग की बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में आगामी क्रार्यक्रमों पर भी चर्चा की गई.

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Published : Sep 23, 2019, 9:43 PM IST

150वीं गांधी जयंती की तैयारियों में जुटी मध्यप्रदेश कांग्रेस

भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी राष्ट्रीय पिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के मौके पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की तैयारियों में जुटा है. कांग्रेस कार्यालय में अनुसूचित जाति विभाग की बैठक आयोजित की गई, जिसमें विभाग द्वारा महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती की तैयारियों पर चर्चा हुई.

150वीं गांधी जयंती की तैयारियों में जुटी मध्यप्रदेश कांग्रेस

बैठक में प्रदेश भर से आए कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के कार्यकर्ता वचन पत्र की एक घोषणा पर नाराज नजर आए. उनका कहना था कि सीएम कमलनाथ ने चुनाव के समय वचन पत्र में घोषणा की थी. कि 2 अप्रैल 2018 को हुए दलित समाज के आंदोलन में जिन लोगों पर प्रकरण दर्ज किए गया हैं, वह प्रकरण वापस ले लिए जाएंगे. लेकिन ऐसा नहीं हुआ.

अनुसूचित जाति कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व गृहमंत्री महेंद्र बौद्ध ने बताया कि इस बैठक का मकसद 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की 150वीं जयंती की तैयारी पर चर्चा करना है. साथ ही सदस्यता अभियान के जरिए दलित समाज के ज्यादा से ज्यादा लोगों को कांग्रेस से जोड़ने के प्रयासों पर चर्चा हुई.

उन्होंने बताया कि 2 अप्रैल को एससी-एसटी एक्ट के मामले में भारत बंद के दौरान अनुसूचित जाति वर्ग की नाराजगी पर मुख्यमंत्री पहले ही प्रकरण वापस लेने का ऐलान कर चुके हैं. जिसकी प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. लेकिन कुछ तकनीकी मामलों में देरी के कारण समय लग रहा है, इन सभी मामलों का जल्द निराकरण कर लिया जाएगा.

भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी राष्ट्रीय पिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के मौके पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की तैयारियों में जुटा है. कांग्रेस कार्यालय में अनुसूचित जाति विभाग की बैठक आयोजित की गई, जिसमें विभाग द्वारा महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती की तैयारियों पर चर्चा हुई.

150वीं गांधी जयंती की तैयारियों में जुटी मध्यप्रदेश कांग्रेस

बैठक में प्रदेश भर से आए कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के कार्यकर्ता वचन पत्र की एक घोषणा पर नाराज नजर आए. उनका कहना था कि सीएम कमलनाथ ने चुनाव के समय वचन पत्र में घोषणा की थी. कि 2 अप्रैल 2018 को हुए दलित समाज के आंदोलन में जिन लोगों पर प्रकरण दर्ज किए गया हैं, वह प्रकरण वापस ले लिए जाएंगे. लेकिन ऐसा नहीं हुआ.

अनुसूचित जाति कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व गृहमंत्री महेंद्र बौद्ध ने बताया कि इस बैठक का मकसद 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की 150वीं जयंती की तैयारी पर चर्चा करना है. साथ ही सदस्यता अभियान के जरिए दलित समाज के ज्यादा से ज्यादा लोगों को कांग्रेस से जोड़ने के प्रयासों पर चर्चा हुई.

उन्होंने बताया कि 2 अप्रैल को एससी-एसटी एक्ट के मामले में भारत बंद के दौरान अनुसूचित जाति वर्ग की नाराजगी पर मुख्यमंत्री पहले ही प्रकरण वापस लेने का ऐलान कर चुके हैं. जिसकी प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. लेकिन कुछ तकनीकी मामलों में देरी के कारण समय लग रहा है, इन सभी मामलों का जल्द निराकरण कर लिया जाएगा.

Intro:भोपाल। इन दिनों कांग्रेस महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती मनाने की तैयारियों में जुटी हुई है। इस सिलसिले में मप्र कांग्रेस के सभी मोर्चा और सभी विभाग तैयारियों में जुटे हुए हैं।इसी कड़ी में आज मध्यप्रदेश कांग्रेस कार्यालय में अनुसूचित जाति विभाग की बैठक आयोजित की गई। जिसमें विभाग द्वारा महात्मा गांधी की 150वीं जयंती की तैयारियों पर चर्चा की गई। लेकिन प्रदेशभर से आए कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के कार्यकर्ता इस बात पर नाराज नजर आए कि चुनाव के समय पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने वचन पत्र में घोषणा की थी कि 2 अप्रैल 2018 को हुए दलित समाज के आंदोलन में जिन लोगों पर प्रकरण दर्ज किए गए हैं, वह प्रकरण वापस लिए जाएंगे। बैठक में भी यह मुद्दा जोर-शोर से उठा। हालात यह बने के विभाग के प्रदेशाध्यक्ष पूर्व गृहमंत्री महेंद्र बौद्ध को इस मुद्दे को उठाने वाले लोगों को रोकना पड़ा और उन्होंने कहा कि यह बैठक जिस संबंध में बुलाई गई है,सिर्फ उस पर चर्चा हो।


Body:ईटीवी भारत से बातचीत में मध्य प्रदेश अनुसूचित जाति कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व गृहमंत्री महेंद्र बौद्ध ने बताया कि इस बैठक का मसौदा यह है कि 2 अक्टूबर से हम लोग महात्मा गांधी की 150वीं जयंती की तैयारी कर रहे हैं। मध्य प्रदेश कांग्रेस के अनुसूचित जाति विभाग द्वारा यह आयोजन किया जाएगा। वहीं बैठक में सदस्यता अभियान के जरिए दलित समाज के ज्यादा से ज्यादा लोगों को कांग्रेस से जोड़ने के प्रयासों पर चर्चा हुई।




Conclusion:वहीं 2 अप्रैल को एससी एसटी एक्ट के मामले में भारत बंद के दौरान अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों पर दर्ज मुकदमे कमलनाथ सरकार द्वारा वापस नहीं लिए जाने पर दलित समाज की नाराजगी के सवाल पर महेंद्र बौद्ध ने कहा कि मुख्यमंत्री पहले ही प्रकरण वापस लेने का ऐलान कर चुके हैं और इसकी प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। लेकिन कुछ तकनीकी मामलों में देरी के कारण समय लग रहा है। इन सभी मामलों का जल्द निराकरण कर लिया जाएगा मुख्यमंत्री और हम सब ने वचन पत्र में भी वचन दिया था, कि सभी प्रकरणों का जल्द निराकरण किया जाएगा।
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