भोपाल। कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी को बजट सत्र के लिए निलंबित किए जाने के विरोध में कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आ रही है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि सदन में आज जो कुछ हुआ वह प्रायोजित था. विधानसभा में जो भी कुछ हुआ उसका सवाल सिर्फ जीतू पटवारी से नहीं है. हालात यह हैं कि सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ जो भी आवाज उठाता है यह सरकार उसका मुंह बंद करने की कोशिश करती है.
कमलनाथ का बीजेपी पर हमला: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि ''शिवराज सरकार द्वारा लगातार कर्ज लिया जा रहा है, लेकिन इस कर्ज की राशि को सिर्फ सिंचाई और सड़क के ठेके लिए हैं. बीजेपी वहीं पैसे खर्च करती है, जहां पैसे बनाए जा सकें. सरकार ने प्रदेश में भ्रष्टाचार की व्यवस्था कर रखी है''. उन्होंने कहा कि ''संसदीय परंपरा को चलाने की जिम्मेदारी अध्यक्ष की है, उन्होंने इसके लिए जो शपथ ली है, लेकिन वे उसके खिलाफ चल रहे हैं. इसलिए कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएगी. बीजेपी चाहती है कि सभी सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाना बंद कर दें, लेकिन कांग्रेस बीजेपी के खिलाफ प्रदेश भर में आवाज उठाएगी''.
जीतू पटवारी बोले सच से डरती है सरकार: उधर जीतू पटवारी ने कहा कि ''सरकार सच का सामना करने से डरती है. विधानसभा में उन्होंने मामला उठाया, वह सभी सरकार ने ही सवालों के जवाब में दिए हैं. सरकारी खर्चे पर बीजेपी ने कार्यकर्ताओं को खाना खिलाया यह जानकारी भी सदन में दी गई. इस मामले में आधी जानकारी सरकार देने से बचती रही. मैंने इसके लिए विभाग को भी कई पत्र लिखे. सरकार सिर्फ अपने विरोध को दबाना चाहती है''. गौरतलब है कि विधानसभा में आज हुए एक घटनाक्रम में विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने जीतू पटवारी को बजट सत्र के लिए निलंबित कर दिया है.