भोपाल। राजधानी भोपाल में लगातार बढ़ रही कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए टोटल लॉकडाउन किया गया है. 10 अप्रैल से भोपाल शहर की तमाम सीमाएं भी लॉक कर दी गई हैं. लेकिन लॉकडाउन के दौरान राशन न मिलने से परेशान एम्स के नजदीक रहने वाले गरीब और मजदूर तबके के लोग सड़कों पर उतर आए. लॉकडाउन के दौरान हुए इस प्रदर्शन को लेकर तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है. मध्यप्रदेश कांग्रेस का कहना है कि, खाद्यान्न वितरण में हो रही लापरवाही लॉकडाउन को फेल कर देगी.
मध्यप्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता ने खाद्यान्न वितरण में बरती जा रही लापरवाही पर ध्यान आकृष्ट करते हुए, कहा है कि, इसके कारण टोटल लॉकडाउन का उद्देश्य ही असफल हो गया है. गुप्ता ने कहा, निगम प्रशासन बिना पूर्व सूचना के कहीं भी खडे़ होकर वितरण करने लगता है. जिससे लोगों में हताशा फैल रही है और लाकडाउन ब्रेक हो रहा है.
भूपेन्द्र गुप्ता ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि, अगर लॉकडाउन सफल करना है तो सामग्री वितरण के लिये निश्चित प्वाइंट एवं समय निश्चित कीजिये. जिससे कि लोग खाद्यान्न की उपलब्धता से आश्वस्त रहें. इसी तरह सब्जियों की सुगम आवाजाही बनाने से लॉकडाउन अपने उद्देश्य में 99% सफल रहेगा. उन्होने आश्चर्य व्यक्त किया कि, सरकार सांची पार्लर पर खाद्यान्न रखने का विचार कर रही है ,यह प्रयोग पैर पर कुल्हाड़ी मारने जैसा घातक होगा ,इससे बेहतर है कि, हर बाजार में किराना दुकानों को 2 घंटे खोलने की अनुमति दे दी जाये. गुप्ता ने स्थानीय एम्स के नजदीक क्षेत्र के वीडियो जारी कर सरकार से गरीबों की तकलीफ समझने का निवेदन किया है.