Kamal Nath Tearing Clothes Statement: शिवपुरी विधानसभा क्षेत्र से केपी सिंह को टिकट दिए जाने को लेकर शुरु हुए विवाद की कड़वाहट कांग्रेस वचन पत्र विमोचन कार्यक्रम के मंच पर भी दिखाई दी. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि "सबसे पहले मैं अपने बयान का जिक्र करूंगा।, मैंने कहा था कि यदि कोई आपकी बात ना मानें तो उसके कपड़े फाड़ो." इसके बाद कमलनाथ को बीच में टोकते हुए मंच पर बैठे दिग्विजय सिंह ने कहा कि "1 मिनट ए फॉर्म और बी फार्म पर हस्ताक्षर किसके होते हैं प्रदेश के अध्यक्ष के, तो कपड़े भी उनके ही फटने चाहिए."
दिग्गी ने दी कमलनाथ को नसीहत: दरअसल विवाद की शुरुआत सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक वीडियो से हुई, इसमें कांग्रेस में शामिल हुए वीरेंद्र सिंह रघुवंशी के कार्यकर्ताओं से मुलाकात के दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि "शिवपुरी के टिकट की गड़बड़ी दिग्विजय सिंह और केपी सिंह के कन्फ्यूजन के कारण हुई है तो आप जाकर दिग्विजय सिंह और जयवर्धन सिंह के कपड़े फाड़ें." वीडियो वायरल हुआ तो दिग्विजय सिंह ने भी ट्वीट कर इशारों-इशारों में उन्हें नसीहत दे दी.
वचन पत्र कार्यक्रम में दिखाई दोनों नेताओं की तल्खी: सोशल मीडिया पर वायरल हुई इस वीडियो से कांग्रेस के दो बड़े नेताओं के बीच तल्खी दिखाई दी, वचन पत्र को जारी करने के पहले कार्यक्रम को संबोधित करते हुए दिग्विजय सिंह ने वायरल वीडियो में उनके बयान को लेकर सफाई दी.
कमलनाथ- मैंने कहा था कि यदि कोई आपकी बात ना माने तो उसके कपड़े फाड़ें.
दिग्विजय सिंह- (बीच में टोकते हुए) 1 मिनट ए फॉर्म और बी फार्म पर सिग्नेचर किसके होते हैं प्रदेश अध्यक्ष के, तो कपड़े भी उनके ही फटने चाहिए.
कमलनाथ- मेरा और दिग्विजय सिंह का संबंध हंसी मजाक का है, प्यार का है और मैंने बहुत पहले इनको एक पावर ऑफ अटॉर्नी दी थी और वह पावर ऑफ अटॉर्नी थी कि कमलनाथ के लिए आप पूरी गलियां खाइए और यह पावर ऑफ अटॉर्नी आज के दिन भी वैलिड है.
दिग्विजय सिंह- लेकिन यह भी सुन लीजिए गलती कौन कर रहा है, यह भी सुन लीजिए.
कमलनाथ- गलती हो या ना हो गालियां खानी है. मेरा संबंध दिग्विजय सिंह से बहुत पुराना है, हमारा राजनीतिक संबंध नहीं है पारिवारिक संबंध है.
दिग्विजय सिंह- (बीच में टोकते हुए) शंकर जी का काम यही है विष पीने का, तो पियेंगे.
कमलनाथ- इन्होंने कई कड़वे घूंट पिए हैं और इन्हें यह आगे भी पीने पड़ेंगे.
क्या है कांग्रेस का कपड़ा फाड़ो मामला: दरअसल पिछले दिनों कोलारस से भाजपा विधायक वीरेंद्र सिंह रघुवंशी कांग्रेस में शामिल हुए थे, वह शिवपुरी विधानसभा सीट से टिकट मांग रहे थे, लेकिन रविवार को कांग्रेस की 144 प्रत्याशियों की जो सूची जारी हुई, उसमें शिवपुरी विधानसभा सीट से केपी सिंह को टिकट दे दिया गया. केपी सिंह पिछले छह बार से पिछोर विधानसभा सीट से चुनाव जीते आ रहे हैं, वीरेंद्र सिंह रघुवंशी को टिकट न दिए जाने से नाराज उनके समर्थक एक दिन पहले कमलनाथ के बंगले पर पहुंचे और उनसे मुलाकात की. बातचीत के दौरान कमलनाथ ने कहा कि "इस मामले का मुझे भी दुख है, क्योंकि वीरेंद्र सिंह रघुवंशी को में ही पार्टी में लेकर आया था, लेकिन यह दिग्विजय सिंह और केपी सिंह के कन्फ्यूजन के कारण हुआ है. मैं जब दिग्विजय सिंह से बात की तो उन्होंने कहा कि मेरी केपी सिंह से बात हो गई है, उस समय केपी सिंह ने भी इस पर अपनी हामी भर दी, लेकिन मुझको समझ नहीं आया कि आखिर केपी सिंह को शिवपुरी क्यों जाना चाहिए. इस मामले को लेकर केपी सिंह और दिग्विजय सिंह को दिल्ली बुलाया गया है."