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CM मोहन यादव की दिल्ली में जेपी नड्डा के घर बैठक खत्म, मध्य प्रदेश के मंत्रिमंडल को लेकर चला मंथन

मध्यप्रदेश मं​त्रिमंडल में किसे जगह मिलेगी, किसका पत्ता कटेगा. इसको लेकर पूरे प्रदेश की नजरें टिकी हुई हैं. मंत्रिमंडल के चेहरे रविवार 17 दिसंबर को दिल्ली में फाइनल हो सकते हैं. भाजपा हाईकमान के पास 163 विधायकों का डाटा मौजूद है. इधर सीएम डॉ. मोहन यादव दिल्ली में जेपी नड्डा के घर पहुंचे हैं और मंत्रिमंडल को लेकर मंथन चला. Waiting for MP cabinet

MP cabinet waiting history report of 163 MLAs
MP मंत्रिमंडल में किसे मिलेगी जगह ? विधायकों की धुकधुकी बढ़ी
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Dec 16, 2023, 1:13 PM IST

Updated : Dec 17, 2023, 10:46 PM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल के गठन के लिए बीजेपी के सभी 163 विधायकों की पूरी रिपोर्ट हाईकमान को भेजी गई है. भाजपा की मध्यप्रदेश इकाई की ओर से यह डाटा दिल्ली भेज दिया गया है. अब मंत्रियों के नाम दिल्ली से तय होंगे. सीएम मोहन यादव ने दिल्ली पहुंचकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर बैठक कर मंत्रिमंडल को लेकर विचार विमर्श किया. इस दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी जेपी नड्डा के घर मौजूद रहे. बता दें कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर मोहन यादव ने 13 दिसंबर को शपथ ग्रहण की थी. मुख्यमंत्री के साथ दो उप मुख्यमंत्रियों ने भी शपथ ग्रहण की थी, ये हैं जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला. Waiting for MP cabinet

एक-एक विधायक की हिस्ट्री देंखेंगे : अब बारी कैबिनेट में मंत्रियों को शामिल करने की है. पार्टी सूत्रों की मानें तो अभी तक मंत्रियों के नाम तय नहीं हुए हैं. इसको लेकर कवायद चल रही है. जो रिपोर्ट आलाकमान को भेजी गई है, उसमें ये बिंदु हैं- कब से विधायक हैं, कितनी बार सांसद रहे, संगठन के किन-किन पदों पर रहे, कार्यकाल के दौरान क्या-क्या उपलब्धियां रहीं. इसके साथ ही रिपोर्ट में ये भी उल्लेख है कि किस विधायक के खिलाफ कितने आपराधिक प्रकरण हैं, भ्रष्टाचार को लेकर कितनी शिकायतें हैं और किस स्तर पर जांच चल रही है. भाजपा की 20 साल की सरकार में जो विधायक मंत्री रहे, उनका रिपोर्ट कार्ड भी अलग से शामिल किया गया है. Waiting for MP cabinet

विधायकों के अलावा 16 अन्य नाम भी : मंत्रिमंडल में शामिल होने वालों के लिए जातीय और सामाजिक समीकरणों का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा. पार्टी आलाकमान ने भाजपा के 16 अन्य नेताओं का डाटा भी मांगा है. सभी नेता मध्यप्रदेश के रहने वाले हैं और उनका ताल्लुक भाजपा और संघ से है. अभी यह तय नहीं हो पाया है कि हाईकमान ने जिन 16 नामों की जानकारी मांगी है, उनके बारे में क्या फैसले लिए जाएंगे. उन्हें प्रदेश के निगम- मंडलों में शामिल किया जाएगा अथवा दिल्ली स्तर पर उन्हें कोई नई जिम्मेदारी दी जाएगी. Waiting for MP cabinet

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पुराने मंत्रियों पर लटकी तलवार : भाजपा की 20 साल की सरकार में बहुत सारे चेहरे ऐसे थे, जो लगातार मंत्रिमंडल में शामिल रहे. मंत्री के तौर पर काम करने के दौरान उनकी शिकायतें भी आलाकमान को बहुत ज्यादा मिली हैं. इस बार आलाकमान उन मंत्रियों से किनारा करना चाहता है, जिनको लेकर भ्रष्टाचार की शिकायतें बहुत ज्यादा हैं. पार्टी सूत्रों की मानें तो पुराने कुछ मंत्रियों को इस बार भी मंत्रिमंडल में मौका दिया जाएगा, लेकिन ज्यादातर से किनारा किया जाएगा. सीएम के तौर पर पार्टी ने जिस तरह से नया चेहरा दिया है, उसी तरह के चौंकाने वाले नाम मंत्रिमंडल में भी आएंगे. इसके साथ ही जिन प्रमुख नेताओं के बारे में निर्णय होना है, उनमें पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद पटेल, सीनियर विधायक गोपाल भार्गव, विधायक राकेश सिंह, पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा आदि हैं. Waiting for MP cabinet

भोपाल। मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल के गठन के लिए बीजेपी के सभी 163 विधायकों की पूरी रिपोर्ट हाईकमान को भेजी गई है. भाजपा की मध्यप्रदेश इकाई की ओर से यह डाटा दिल्ली भेज दिया गया है. अब मंत्रियों के नाम दिल्ली से तय होंगे. सीएम मोहन यादव ने दिल्ली पहुंचकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर बैठक कर मंत्रिमंडल को लेकर विचार विमर्श किया. इस दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी जेपी नड्डा के घर मौजूद रहे. बता दें कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर मोहन यादव ने 13 दिसंबर को शपथ ग्रहण की थी. मुख्यमंत्री के साथ दो उप मुख्यमंत्रियों ने भी शपथ ग्रहण की थी, ये हैं जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला. Waiting for MP cabinet

एक-एक विधायक की हिस्ट्री देंखेंगे : अब बारी कैबिनेट में मंत्रियों को शामिल करने की है. पार्टी सूत्रों की मानें तो अभी तक मंत्रियों के नाम तय नहीं हुए हैं. इसको लेकर कवायद चल रही है. जो रिपोर्ट आलाकमान को भेजी गई है, उसमें ये बिंदु हैं- कब से विधायक हैं, कितनी बार सांसद रहे, संगठन के किन-किन पदों पर रहे, कार्यकाल के दौरान क्या-क्या उपलब्धियां रहीं. इसके साथ ही रिपोर्ट में ये भी उल्लेख है कि किस विधायक के खिलाफ कितने आपराधिक प्रकरण हैं, भ्रष्टाचार को लेकर कितनी शिकायतें हैं और किस स्तर पर जांच चल रही है. भाजपा की 20 साल की सरकार में जो विधायक मंत्री रहे, उनका रिपोर्ट कार्ड भी अलग से शामिल किया गया है. Waiting for MP cabinet

विधायकों के अलावा 16 अन्य नाम भी : मंत्रिमंडल में शामिल होने वालों के लिए जातीय और सामाजिक समीकरणों का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा. पार्टी आलाकमान ने भाजपा के 16 अन्य नेताओं का डाटा भी मांगा है. सभी नेता मध्यप्रदेश के रहने वाले हैं और उनका ताल्लुक भाजपा और संघ से है. अभी यह तय नहीं हो पाया है कि हाईकमान ने जिन 16 नामों की जानकारी मांगी है, उनके बारे में क्या फैसले लिए जाएंगे. उन्हें प्रदेश के निगम- मंडलों में शामिल किया जाएगा अथवा दिल्ली स्तर पर उन्हें कोई नई जिम्मेदारी दी जाएगी. Waiting for MP cabinet

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Last Updated : Dec 17, 2023, 10:46 PM IST
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