ETV Bharat / state

मोहन 'भोग' किसके हिस्से और क्यों आया, किसे तरसाया...किसे चौंकाया, 17 नए चेहरों को मिली जगह - मोहन कैबिनेट में 28 विधायक बने मंत्री

MP Cabinet Formation: एमपी में लंबे इंतजार के बाद मोहन कैबिनेट का गठन हो गया है. 28 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली है. पढ़िए कितने पुराने और नए चेहरों को मंत्री पद मिला है.

MP Cabinet Formation
मोहन भोग
author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Dec 25, 2023, 5:08 PM IST

Updated : Dec 25, 2023, 10:07 PM IST

भोपाल। 12 दिन के इंतजार के बाद सामने आया मोहन यादव की कैबिनेट का चेहरा कितना चौंकाने वाला था. इस कैबिनेट के 28 में से 17 चेहरे एकदम नए नवेले. ये वो चेहरे हैं, जिन्हें पहली बार मंत्री पद दिया गया. इनमें से कुछ तो पहली बार ही चुनाव भी लड़े. लोकसभा चुनाव के मद्देनजर एससी एसटी वर्ग से से 9 मंत्रियों को मौका दिया गया. जबकि ओबीसी पर खास फोकस कर रही पार्टी में मुख्यमंत्री के अलावा अब बारह मंत्री भी इसी वर्ग से हैं. महिला विधायकों मे से चार को मंत्री बनाया गया है, लेकिन खास बात ये है कि शिवराज मंत्रिमण्डल के कई दिग्गजों को इस कैबिनेट में जगह नहीं दी गई.

नए को जगह क्यों दिग्गज क्यों छूटे: कैबिनेट की इस सूची को अंतिम रुप देने से पहले सीएम मोहन यादव ने दिल्ली के तीन दौरे भी किए. हालांकि जिस तरह एमपी में मुख्यमंत्री पद को बीजेपी ने चौंकाया है. उसके बाद ये सवाल ही बेमानी हो गया है कि विधानसभा जीत का रिकार्ड लिए कोई दिग्गज विधायक मंत्री पद की दौड़ में क्यों पिछड़ गया, पहली बार चुनाव लड़ते ही कोई विधायक कैसे कैबिनेट में जगह बनाने में आसान रहा.

कैबिनेट में भी इसकी तस्वीर दिखाई दे रही है. इंदौर से सबसे जयादा मतों से जीतने वाले रमेश मैंदोला इस बार भी मंत्री पद की दौड़ में पिछड गए. उषा ठाकुर भी मंत्री पद नहीं पा सकीं. इस तरह मध्य से मंत्री पद को लेकर पूरी तरह आश्वस्त चल रहे रामेश्वर शर्मा को भी जगह नहीं मिल पाई. इन्होंने भी चुनाव में बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी.

सिंधिया समर्थकों में केवल तीन चेहरे: कभी 22 विधायकों के साथ एमपी में बीजेपी की सरकार बनवाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया का कैबिनेट में दबदबा पहले से कमजोर पड़ा है. इस बार वे केवल तीन मंत्रियों को जगह दिला पाए. जिनमें तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत और प्रद्युम्न सिंह तोमर ने मंत्री पद की शपथ ली है.

MP Cabinet Formation
मोहन कैबिनेट का गठन

महाकौशल के मुस्कुराने की वजह: महाकौशल का दम इस बार कैबिनेट में दिखाई दे रहा है. महाकौशल अंचल से प्रहलाद पटेल, राकेश सिंह, उदय प्रताप सिंह और संपतिया उइके को कैबिनेट में जगह दी गई है. इनमें अकेले नरसिंहपुर जिले के दो दिग्गजों को कैबिनेट में जगह मिली है. बीजेपी सरकार की पिछली पारी में पार्टी के पूर्व मंत्री और विधायक अजय विश्नोई पार्टी में इस बात के लिए असंतोष जताते रहे थे कि क्षेत्र को मौका नहीं मिला.

बुंदेलखंड के इन दिग्गजों को घर बिठाया: कैबिनेट में कई नए चेहरे हैं, तो कई दिग्गजों को घर बिठा दिया गया है. जिनमें बडे़ झटके बुंदेलखंड में भी लगे हैं. इनमें नौ बार से लगातार जीत दर्ज करवा रहे गोपाल भार्गव के अलावा भूपेन्द्र सिंह जयंत मलैया जैसे दिग्गजों को कैबिनेट में जगह नहीं मिल पाई.

ये नए चेहरे जो कैबिनेट में दिखाई देंगे: जिन विधायकों ने पहली बार मंत्री पद की शपथ ली है. कैबिनेट में ऐसे 17 विधायक हैं. उनमें पहली ही बार के विधायक नरेन्द्र शिवाजी पटेल के अलावा कृष्णा गौर प्रतिमा बागरी राधा सिंह दिलीप अहिरवार जैसे चेहरे भी हैं.

यहां पढ़ें...

जिसके यहां योगी ने सभा नहीं की वो मंत्री बना: कैबिनेट में वे विधायक भी शामिल हैं. चुनाव के दौरान जिनके यहां सभा करने से यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इंकार कर दिया था. विधायक दिलीप अहिरवार को मंत्री बनाया गया है. इनकी अपराधिक पृष्ठभूमि की वजह से योगी आदित्यनाथ ने सभा करने से इंकार कर दिया था.

भोपाल। 12 दिन के इंतजार के बाद सामने आया मोहन यादव की कैबिनेट का चेहरा कितना चौंकाने वाला था. इस कैबिनेट के 28 में से 17 चेहरे एकदम नए नवेले. ये वो चेहरे हैं, जिन्हें पहली बार मंत्री पद दिया गया. इनमें से कुछ तो पहली बार ही चुनाव भी लड़े. लोकसभा चुनाव के मद्देनजर एससी एसटी वर्ग से से 9 मंत्रियों को मौका दिया गया. जबकि ओबीसी पर खास फोकस कर रही पार्टी में मुख्यमंत्री के अलावा अब बारह मंत्री भी इसी वर्ग से हैं. महिला विधायकों मे से चार को मंत्री बनाया गया है, लेकिन खास बात ये है कि शिवराज मंत्रिमण्डल के कई दिग्गजों को इस कैबिनेट में जगह नहीं दी गई.

नए को जगह क्यों दिग्गज क्यों छूटे: कैबिनेट की इस सूची को अंतिम रुप देने से पहले सीएम मोहन यादव ने दिल्ली के तीन दौरे भी किए. हालांकि जिस तरह एमपी में मुख्यमंत्री पद को बीजेपी ने चौंकाया है. उसके बाद ये सवाल ही बेमानी हो गया है कि विधानसभा जीत का रिकार्ड लिए कोई दिग्गज विधायक मंत्री पद की दौड़ में क्यों पिछड़ गया, पहली बार चुनाव लड़ते ही कोई विधायक कैसे कैबिनेट में जगह बनाने में आसान रहा.

कैबिनेट में भी इसकी तस्वीर दिखाई दे रही है. इंदौर से सबसे जयादा मतों से जीतने वाले रमेश मैंदोला इस बार भी मंत्री पद की दौड़ में पिछड गए. उषा ठाकुर भी मंत्री पद नहीं पा सकीं. इस तरह मध्य से मंत्री पद को लेकर पूरी तरह आश्वस्त चल रहे रामेश्वर शर्मा को भी जगह नहीं मिल पाई. इन्होंने भी चुनाव में बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी.

सिंधिया समर्थकों में केवल तीन चेहरे: कभी 22 विधायकों के साथ एमपी में बीजेपी की सरकार बनवाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया का कैबिनेट में दबदबा पहले से कमजोर पड़ा है. इस बार वे केवल तीन मंत्रियों को जगह दिला पाए. जिनमें तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत और प्रद्युम्न सिंह तोमर ने मंत्री पद की शपथ ली है.

MP Cabinet Formation
मोहन कैबिनेट का गठन

महाकौशल के मुस्कुराने की वजह: महाकौशल का दम इस बार कैबिनेट में दिखाई दे रहा है. महाकौशल अंचल से प्रहलाद पटेल, राकेश सिंह, उदय प्रताप सिंह और संपतिया उइके को कैबिनेट में जगह दी गई है. इनमें अकेले नरसिंहपुर जिले के दो दिग्गजों को कैबिनेट में जगह मिली है. बीजेपी सरकार की पिछली पारी में पार्टी के पूर्व मंत्री और विधायक अजय विश्नोई पार्टी में इस बात के लिए असंतोष जताते रहे थे कि क्षेत्र को मौका नहीं मिला.

बुंदेलखंड के इन दिग्गजों को घर बिठाया: कैबिनेट में कई नए चेहरे हैं, तो कई दिग्गजों को घर बिठा दिया गया है. जिनमें बडे़ झटके बुंदेलखंड में भी लगे हैं. इनमें नौ बार से लगातार जीत दर्ज करवा रहे गोपाल भार्गव के अलावा भूपेन्द्र सिंह जयंत मलैया जैसे दिग्गजों को कैबिनेट में जगह नहीं मिल पाई.

ये नए चेहरे जो कैबिनेट में दिखाई देंगे: जिन विधायकों ने पहली बार मंत्री पद की शपथ ली है. कैबिनेट में ऐसे 17 विधायक हैं. उनमें पहली ही बार के विधायक नरेन्द्र शिवाजी पटेल के अलावा कृष्णा गौर प्रतिमा बागरी राधा सिंह दिलीप अहिरवार जैसे चेहरे भी हैं.

यहां पढ़ें...

जिसके यहां योगी ने सभा नहीं की वो मंत्री बना: कैबिनेट में वे विधायक भी शामिल हैं. चुनाव के दौरान जिनके यहां सभा करने से यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इंकार कर दिया था. विधायक दिलीप अहिरवार को मंत्री बनाया गया है. इनकी अपराधिक पृष्ठभूमि की वजह से योगी आदित्यनाथ ने सभा करने से इंकार कर दिया था.

Last Updated : Dec 25, 2023, 10:07 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.