भोपाल। एमपी में एक बार फिर नाम बदलने की कवायद शुरु होने जा रही है , इस बार बरखेड़ा पठानी का नाम पूर्व प्रधानमंंत्री लाल बहादुर शास्त्री के नाम पर तो ऐशबाग स्टेडियम का नाम बीजेपी नेता कैलाश सारंग के नाम पर किए जाने की घोषणा नगर निगम कर सकती है. भोपाल नगर निगम का इस बार का बजट 3200 से 3400 करोड़ के बीच रहने की संभावना है. माना जा रहा है कि चुनाव के मद्देनजर निगम इस बार प्रॉपर्टी टैक्स में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की जाएगी. नगर निगम परिषद की 21 मार्च को होने वाली बैठक का जो एजेंडा जारी किया गया है उसके हिसाब से एक बार फिर विंड एनर्जी का मामला परिषद की बैठक में गर्मा सकता है. तैयारी है कि इस मुद्दे पर कांग्रेस पार्षद एक बार फिर सदन में हंगामा करेंगे.
शुरू हुई नाम बदलने की राजनीति: बजट के एजेंडे में जिन मुद्दों को शामिल किया है उसमें भोपाल में एक बार फिर नाम बदले जाने की कसरत शुरु हो रही है. भोपाल के बरखेड़ा पठानी का नाम पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के नाम पर करने का प्रस्ताव है तो भोपाल के ऐशबाग स्टेडियम का नाम अब बीजेपी के दिवंगत नेता कैलाश नारायण सारंग के नाम पर प्रस्तावित किया गया है. इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर के नाम पर एक्सटॉल कॉलेज के सामने से पुल पातरा तक के मार्ग का नाम किया जाएगा . इसी तरह से शहीद कैप्टन वरुण सिंह के नाम पर गुफा मंदिर से सुल्तानिया इन्फेंट्री लाइन वाली सड़क का नाम होगा. हांलाकि नाम बदलने की इस कवायद को लेकर नेता प्रतिपक्ष शाबिस्ता ज़की ने सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि "ऐशबाग स्टेडियम उस हॉकी के अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट का गवाह है, जिसके नाम पर ओबेदुल्ला कप टूनार्मेंट होता है. ऐसे में उनके सुपुत्र मंत्री विश्वास सारंग चाहते हैं कि उनके पिता के नाम पर यह स्टेडियम हो."
विंड एनर्जी से गरमाएगी सियासत: 21 मार्च को भोपाल नगर निगम की बजट बैठक में एक बार फिर विंड एनर्जी का मामला उठेगा, बजट के प्रस्ताव में इसके आने से नगर निगम में सियासत गरमा गई है. वैसे तो इस बार का बजट पिछली बार के मुकाबले थोड़ा बढा हुआ होगा, लेकिन इस बार एजेंडे में शामिल मुद्दों में एक बार फिर पवन ऊर्जा और सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना का प्रस्ताव लाया गया है. 2 बार से यह बैठक में आ रहा है और दोनों ही बार इसे गिरा दिया गया था, ऐसे में एक बार फिर इस बार इसे एजेंडे में शामिल किया गया है.
नगर निगम पर कई कर्ज: शबिस्ता ने विंड एनर्जी के मामले को लेकर कहा कि "विंड एनर्जी का जो मुद्दा आएगा, उसे एक बार फिर परिषद में पारित नहीं होने देंगे क्योंकि इसको स्थापित करने के लिए नगर निगम लोन ले रहा है और वैसे ही नगर निगम पर कई अन्य मदों में कर्जे हैं. ऐसे में इसकी भरपाई कैसे होगी." आपको बता दें कि इस सौर्य और विंड एनर्जी प्रोजेक्ट के लिए 70 और 90 करोड़ की राशि का खर्च आएगा, जिसमें 30 करोड़ नगर निगम को देना होगा.
बढ़ सकता है प्रॉपर्टी टैक्स: 21 तारीख को होने वाली बजट बैठक के लिए अनुमानित 3200 से 3400 करोड़ का बजट नगर निगम इस बार ला सकता है. पिछली बार जो बजट आया था वह तकरीबन 3104 करोड का था, जिसे नगर निगम के अधिकारियों ने ही तैयार किया था क्योंकि उस समय नगर निगम में परिषद नहीं थी. इस बार यह पहला मौका है जब चुनाव के बाद महापौर मालती राय अपना पहला बजट पेश करेंगी, पिछले बजट में भी नगर निगम ने वैसे तो प्रॉपर्टी टैक्स में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की थी पर इस बार प्रॉपर्टी टैक्स में बढ़ोत्तरी की संभावना है.