भोपाल। टेरर फंडिग को लेकर एक बार फिर NIA ने PFI के ठिकानों पर रेड की है. देशभर के करीब 12 ठिकानों पर छापेमारी की गई है. इनमें मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, राजस्थान और दिल्ली के इलाके शामिल हैं. मध्यप्रदेश के भोपाल, इंदौर, उज्जैन, रतलाम और नीमच में एक साथ कार्रवाई की जा रही है. NIA की इस कार्रवाई के निशाने पर टेरर फंडिंग करने वाले लोग हैं. इसमें एमपी एटीएस भी कार्रवाई कर रही है. मध्यप्रदेश एटीएस ने नीमच से दीपक सिंघल नामक व्यापारी को हिरासत में लिया है.
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#WATCH | Madhya Pradesh: Visuals from Bhopal as National Investigation Agency (NIA) conducts raids across six states in Popular Front of India-related cases. pic.twitter.com/3BIcu5qinI
— ANI (@ANI) October 11, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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व्यापारी दीपक सिंघल से पूछताछ जारी : सूत्रों के मुताबिक टेरर फंड को लेकर दीपक सिंघल ने करोड़ों रुपए का हवाला किया है. वह शेल कंपनियों के माध्यम से पैसों का हवाला करता था. दीपक सिंघल के कनेक्शन चीन के साथ भी जुड़े बताए जा रहे हैं. बताया जाता है कि कई देशों में हवाला के माध्यम से करोड़ों रुपए इधर से उधर किए हैं. इतना ही नहीं, जीएसटी विभाग को भी फर्जी दस्तावेजों के आधार पर करोड़ों का चूना लगाया है. टेरर फंड को लेकर एटीएस दीपक सिंघल से पिछले 3 दिनों से पूछताछ कर रही है. एटीएस ने नेशनल एजेंसीज के इनपुट के आधार पर यह कार्रवाई की.
सूफा संगठन की कमर तोड़ी : एनआईए की टीम ने मध्य प्रदेश के अलग-अलग जिलों में पहले भी रेड मारी थी. रतलाम जिले में सक्रिय सूफा संगठन के सदस्यों को पकड़ने के लिए एनआईए की टीम पहुंची थी और यहां इनकी प्रॉपर्टी की जांच भी कराई है. सूफ़ा संगठन वही है जो पूर्व में बम बनाने के आरोप में रडार पर था और फरवरी व मार्च माह में इसके 6 सदस्यों को चित्तौड़गढ़ से पकड़ा गया था. सूफा संगठन भी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया की तर्ज पर काम करता था. इस संगठन का नेटवर्क मध्यप्रदेश और राजस्थान के बॉर्डर वाले जिलों में सबसे अधिक देखा गया है.
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कैसे करते हैं टारगेट : एनआईए ने पहले जिन सदस्यों को गिरफ्तार किया है, वह सिस्टम से दुखी लोगों को टारगेट करते थे. यानी ऐसे लोग जो अपनी परेशानियों को लेकर सरकारी सिस्टम में जाते हैं और उन्हें राहत नहीं मिलती है. पीएफआई के सदस्यों में प्रोफेसर डॉक्टर व एडवोकेट शमिल हैं. मध्यप्रदेश में 22 सदस्य पकड़े जा चुके हैं, जो कोवर्ट-ओवर्ट पैटर्न पर काम कर रहे थे. 7 महीने पहले बार्डर वाले 7 जिलों में एटीएस ने पीएफआई के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की थी. इनमें इंदौर, बुरहानुपर, शाजापुर, उज्जैन, खंडवा, खरगोन, धार जिले शामिल हैं. ये सात जिले प्रतिबंधित संगठन पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया की गतिविधियों का केंद्र बनते जा रहे हैं. इस बात का खुलासा महाराष्ट्र और मप्र से पकड़े गए आरोपियों ने किया था.