भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा कराने के लिए सत्तापक्ष भी तैयार हो गया है. इसके लिए विशेष रणनीति बनाने सोमवार देर शाम भोपाल स्थित सीएम हाउस में बीजेपी विधायक दल की बड़ी बैठक हुई. (Ruling party is gearing up motion of no confidence) (How bjp will give a befitting reply to opposition)
विस अध्यक्ष 21 या 22 को दे सकते चर्चा की मंजूरीः विधायक दल की बैठक में सीएम शिवराज ने सभी मंत्रियों को अविश्वास प्रस्ताव के दौरान पूरी तैयारी कर विपक्ष के सवालों का तथ्यात्मक जवाब देने के लिए तैयार रहने को कहा है. इसके साथ ही विपक्ष के हंगामे का भी मुंह तोड़ जवाब देने की रणनीति बनाई गई है. साथ ही अनुपूरक बजट समेत अन्य विधेयकों को पास कराने के लिए भी चर्चा हुई. मंगलवार सुबह 10:30 बजे होने वाली कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में विधानसभा अध्यक्ष 21 या 22 दिसंबर को अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा कराने की मंजूरी दे सकते हैं.(speaker give permission discussion on 21 or 22)
MP assembly session कमलनाथ ने पहले दी शिवराज को बधाई फिर बोले, विपक्ष की कुर्सी गरम कर रखी है
पहले दिन उठा था ये मुद्दाः कल शीतकालीन सत्र के पहले दिन विधानसभा की कार्रवाई के दौरान कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक ने ग्वालियर जिले में सरकारी स्कूलों में बेहतर व्यवस्थाएं न होने का मुद्दा उठाया. प्रश्नकाल के दौरान प्रवीण पाठक ने स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री से सवाल किया कि ग्वालियर के दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में 20 प्राथमिक, 20 माध्यमिक, 5 हाई स्कूल और 8 उच्चतर माध्यमिक विद्यालय संचालित हैं. इनमें से किसी भी स्कूलों में फर्नीचर की व्यवस्था नहीं है. हालात यह है कि इन स्कूलों में पढ़ने वाले 14362 स्टूडेंट्स में से अधिकांश के पास बैठने के लिए फर्नीचर ही नहीं है. यही नहीं अधिकांश स्कूलों में स्वक्ष पीने की पानी की व्यवस्था भी नहीं है. कांग्रेस विधायक के सवाल के जवाब में स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि सभी स्कूलों में स्वच्छ पानी की व्यवस्था कराई गई है, और बाकी व्यवस्थाओं को जल्द पूरा किया जा रहा है. (Issue of shortage of teachers during question hour)
विधानसभा में दी गई दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलिः विधानसभा के पहले दिन सोमवार को सदन में दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी गई और उन्हें याद किया. विधानसभा में भूतपर्व विधानसभा सदस्य फूलचंद्र वर्मा, मनोज सिंह मरावी, पूर्व केंद्रीय मंत्री मुलायम सिंह यादव सहित कई दिवंगतों को श्रद्धांजलि दी गई थी. दिवंगतों को श्रृद्धांजलि देते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मुलायम सिंह यादव जैसा नेता होना मुश्किल है. उन्होंने अपने दौर में राजनीति की दिशा बदलने का काम किया है. (This issue was raised on the first day)