भोपाल। कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि कांग्रेस की तत्कालीन कमलनाथ सरकार ने किसानों को डिफॉल्टर बना दिया. जबकि वादा किया था कि सरकार बनते ही कर्जा माफ कर देंगे. कमलनाथ सरकार के दौरान वल्लभ भवन में क्या हो रहा था, ये सब जानते हैं. आपके कामों से तंग आकर ही कई विधायक व मंत्री आपका साथ छोड़ गए.
जनहित की योजनाएं बंद की थी : सीएम शिवराज ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर आरोप की बौछार करते हुए कहा कि पीएम मोदी ने गरीब परिवारों के लिए आवास योजना शुरू की, लेकिन मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार ने मकानों के प्रस्ताव भी लौटा दिए थे. कमलनाथ ने राज्य के अंश की राशि भी कम कर दी, जिससे लाखों गरीब परिवारों के मकान का सपना टूट गया था. हमारे द्वारा शुरू की गई संबल योजना से कांग्रेस सरकार ने लाखों गरीबों के नाम काट दिए. सीएम शिवराज ने कहा कि हमारी सरकार ने मेधावी बच्चों को लैपटॉप देने की योजना शुरू की थी, लेकिन कांग्रेस सरकार ने इस योजना को भी बंद कर दिया.
दलालों का अड्डा बन गया था वल्लभ भवन : सीएम शिवराज कमलनाथ की सरकार में 15 महीने में IAS, IPS सहित 15 हजार से ज्यादा ट्रांसफर हुए. वल्लभ भवन को दलाली का अड्डा बना दिया था. मैं आज ऑन रिकॉर्ड बोल रहा हूं. सीएम शिवराज ने कहा कि जब हमारी सरकार आई तो मुझसे कहा गया की हम भी eow का इस्तेमाल करें लेकिन मैंने कहा कि हम गंदी राजनीति नहीं करते. कांग्रेस ने कई योजनाओं को बंद कर दिया था, जिसे हमने फिर से शुरू किया. आदिवासी की बैगा जनजाति को 1 हजार रुपए देना हमने शुरू किए. विधायक हीरालाल के अलावा और ओमकार मरकाम से सीएम शिवराज ने पूछा कि योजना बंद हुई, फिर भी आपने आवाज क्यों नहीं उठाई.