भोपाल। पीसीसी चीफ कमलनाथ और सीएम शिवराज के बीच जुबानी जंग जारी है. दोनों ही नेताओं ने एक-दूसरे को फिर चुनावी वादा याद दिलाया है. कमलनाथ ने शिवराज सिंह से पूछा है कि मध्यप्रदेश कृषि स्टार्टअप कोष की स्थापना की जाएगी, बताइए यह कोष और आमंत्रण कहां है. उधर सीएम शिवराज ने कमलनाथ से सवाल किया है कि कांग्रेस ने वादा किया था कि मिट्टी एवं बीज परीक्षण की निशुल्क सुविधा दी जाएगी. सिंचाई के साधनों की अनुदान की राशि बढ़ाई जाएगी. डेढ़ साल की कमलनाथ की सरकार में कुछ नहीं हुआ.
विकास यात्रा में जनता मांग रही जवाब: कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि शिवराज आप खुद ही घोषणा करते हैं. खुद ही अपनी पीठ थपथपा लेते हैं और खुद ही उस घोषणा को कूडे़ में फेंक देते हैं. आपकी विकास यात्रा में जनता इन घोषणाओं का हिसाब मांग रही है. कहीं काले झंडे दिखाए जा रहे हैं, कहीं किसान कपड़े उतार कर प्रदर्शन कर रहे हैं. कहीं पंचायत भवनों में ताला डाल दिया जा रहा है. इसके बाद भी जनता के सवाल का जवाब नहीं दिया जा रहा. कमलनाथ ने सीएम शिवराज से पूछा है कि आपने ऐलान किया था कि 100 करोड़ रुपए के मध्यप्रदेश प्रदेश कृषि स्टार्टअप कोष की स्थापना की जाएगी. इसमें कृषि उद्यमियों को इस कोष का उपयोग कर कृषि क्षेत्र में आधुनिक उद्यम लागने के लिए आमंत्रित किया जाएगा. कमलनाथ ने कहा कि शिवराज जनता को बताएं यह कोष कहां है.
Shivraj Vs Kamal Nath दोनों तरफ से फिर सवालों की सियासत, जवाब न उधर से न उधर से
कमलनाथ ने चलाई थी कमीशन की सरकार: उधर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ पर आरोप लगाया कि उन्होंने सवा साल कमीशन की सरकार चलाई. वल्लभ भवन में बैठकर कमीशन वसूलने का पाप किया. जनता को जानने का हक है कि उन्होंने जो वादे किए थे, उसका क्या हुआ. कमलनाथ ने वादा किया था कि मिट्टी एवं बीज परीक्षण की निशुल्क सुविधा दी जाएगी. सिंचाई के साधनों की अनुदान की राशि बढ़ाई जाएगी. डेढ़ साल में कुछ नहीं हुआ. सीएम ने कमलनाथ को भावी और असंभावी सीएम बताए जाने पर कहा कि मन को बहलाने का ख्याल अच्छा है, क्योंकि कांग्रेस दल के नेता ही कह रहे हैं कि कोई मुख्यमंत्री तय नहीं हुआ है. जनता कह रही है कि कांग्रेस की सरकार नहीं आना तय है. कांग्रेस के नेता जिस तरह के बयान दे रहे हैं. यही कांग्रेस की स्थिति है.