भोपाल। कांग्रेस के वचन पत्र में को वादे किए गए हैं, जिन्हें कांग्रेस दावा कर रही है कि वो पूरा करेगी. जबकि लेकिन बीजेपी ने कांग्रेस के वचन पत्र को झूठ का पुलिंदा करार दिया है. बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने अपना वचन पत्र जारी किया है, जो वचनों का नहीं, बल्कि झूठ, छल, कपट और धोखे का पत्र है. ऐसे समय में जबकि करप्शन नाथ और मिस्टर बंटाधार के बीच कपड़ा फाड़ द्वंद और घमासान मचा हुआ है. कांग्रेस का ये वचन पत्र एक रस्म अदायगी बन कर रह गया है. ऐसा लगता है कि वचन पत्र के रूप में कांग्रेस पार्टी ने अपने झूठ का पुलिंदा एक बार फिर प्रदेश की जनता के सामने रख दिया है, जो जनता के साथ क्रूर मजाक है.
फिर किसानों को छलने का प्रयास कर रही कांग्रेस: प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि कांग्रेस ने अपने वचन पत्र की शुरुआत कर्जमाफी के उस वादे से की है. जिसका झुनझुना राहुल गांधी ने 2018 में बजाया था. उन्होंने कहा था कि अगर 10 दिनों में कर्जमाफी नहीं हुई, तो मुख्यमंत्री बदल देंगे. कमलनाथ सरकार ने कर्जमाफी के नाम पर किसानों से तीन तरह के फॉर्म भरवाए और तरह-तरह से परेशान किया. कांग्रेस की कर्जमाफी किस तरह से मजाक बन गई थी. उसका उदाहरण है, आगर मालवा के किसान शिवलाल, जिन पर 24000 रुपये का कर्ज था, लेकिन कमलनाथ सरकार ने सिर्फ 13 रुपये माफ किए.
फिर शिकारी की तरह जाल फैला रही कांग्रेस: प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस झूठे वादों के सहारे 2018 में सत्ता में आई थी, लेकिन उन वादों की पोल जल्दी ही खुल गई थी. अब एक बार फिर शिकारी की तरह कांग्रेस पार्टी ने झूठे वादों का जाल फैला दिया है, लेकिन प्रदेश की जनता अब सजग हो गई है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में नौजवानों को 1200 रुपये देने की बात कही है.
2018 में तो कांग्रेस ने बेरोजगार युवाओं को 4 हजार रुपये बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था, लेकिन किसी बेरोजगार को भत्ता नहीं दिया. दूसरी तरफ प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार सीखो-कमाओ योजना के अंतर्गत प्रदेश में युवाओं को इंटर्नशिप के आधार पर 8-10 हजार रुपये दे रही है. शर्मा ने कहा कि कांग्रेस ने अपने 750 वादों में से 15 महीने की सरकार के दौरान एक भी वचन पूरा नहीं किया, जो दुर्भाग्यजनक है.
झूठी कांग्रेस ने हर प्रदेश में किये झूठे वादे: वीडी शर्मा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने सिर्फ मध्यप्रदेश में नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़, राजस्थान, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश हर जगह जनता से झूठे वादे किए हैं. हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने कैबिनेट की पहली बैठक में एक लाख रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन ये वादा अभी तक अधूरा है. वहां की महिलाएं आज भी 1500 रुपये मिलने की राह देख रही हैं, जिसका वादा कांग्रेस ने किया था.
छत्तीसगढ़ में शराबबंदी का वादा करने वाली कांग्रेस ने शराब की होम डिलीवरी शुरू कर दी. कांग्रेस की सरकार तेंदूपत्ता श्रमिकों का बोनस तक डकार गई. बेरोजगार नौजवानों को भत्ता दिया जाने का वादा कांग्रेस ने राजस्थान में भी किया था, लेकिन वहां भी उस वादे का हश्र मध्यप्रदेश जैसा ही हुआ और किसी नौजवान को भत्ता नहीं मिला. कर्नाटक में मुफ्त बिजली का वादा करने वाली कांग्रेस ने सत्ता में आते ही बिजली की दरें 2 रुपये यूनिट बढ़ा दी थी. कांग्रेस झूठ, परिवारवाद, भ्रष्टाचार और अपराधीकरण की गारंटी है.
दोफाड़ कांग्रेस अब हो गई कपड़ा फाड़: प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस ने प्रत्याशियों की सूची घोषित की थी. उसमें अपराधीकरण, परिवारवाद, महिला उत्पीड़न कांग्रेस के मूल चरित्र के रूप में सामने आए थे. अब यही बात प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ द्वारा दिग्विजय सिंह और जयवर्धन सिंह के कपड़े फाड़ने संबंधी बयान से भी सामने आई है. वास्तव में आपराधिक भाषा और प्रकृति छिंदवाड़ा से लेकर राघोगढ़ तक कांग्रेस के मूल चरित्र के रूप में दिखाई दे रही है. दो फाड़ कांग्रेस अब कपड़ा फाड़ कांग्रेस हो गई है. दिग्विजय सिंह से कमलनाथ की ये नफरत नई नहीं है. कांग्रेस की पहली सूची जारी होने के बाद भी यह देखा गया था कि कमलनाथ दिग्विजय सिंह के वर्चस्व से परेशान थे.
सीएम शिवराज सिंह ने कांग्रेस पर कसा तंज: सीएम शिवराज सिंह ने भी कमलनाथ से पूछा कि ये कांग्रेस का असली चेहरा है. एक पूर्व मुख्यमंत्री दूसरे पूर्व मुख्यमंत्री के लिए कह रहा है "जाओ उनके कपड़े फाड़ो, उनके बेटे के कपड़े फाड़ो." ये कांग्रेस का असली स्वरूप है और कांग्रेस कितनी है मुझे ये भी नहीं समझ आता. कांग्रेस के टिकट कहां तय हो रहे हैं..? अभी ये भी कहा गया कि छिंदवाड़ा के टिकट पर नकुलनाथ घोषित करेंगे और नकुलनाथ के घोषित करने के बाद फिर दिल्ली से घोषित होंगे और दो टिकट उन्होंने घोषित भी कर दिए. क्या सोनिया गांधी की कांग्रेस और कमलनाथ की कांग्रेस अलग है.