भोपाल। मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे. प्रदेश में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए निर्वाचन अधिकारी मतदाताओं को 17 नवंबर को वोट करने शादी की तरह कार्ड बांटकर मतदान की अपील कर रहे हैं. इसके लिए निर्वाचन अधिकारी द्वारा घर-घर यह कार्ड बांटे जा रहे हैं. इस कार्ड के आखिर में बाल मनुहार भी है. इसमें लिखा है कि 17 नवंबर को वोट डालने जलूल-जलूल आना - वोट वीर. आमंत्रण की शुरुआत में लिखा गया है भेज रहे हैं इसे निमंत्रण मतदाता तुम्हें बुलाने को 17 नवंबर भूल न जाना वोट डालने जाने को.
घर घर बांटे जा रहे स्नेह निमंत्रण: विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए मतदाताओं से लगातार वोट डालने की अपील की जा रही है. मतदान के दिन वैसे भी सार्वजनिक अवकाश घोषित रहता है. लोगों को कहा जा रहा है कि इस दिन सबसे पहले मतदान करें और उसके बाद ही कोई दूसरा काम करें. मध्य प्रदेश में कुल मतदाताओं की संख्या 5 करोड़ 61 लाख 36229 है. मतदान की अपील करने के लिए जिस तरह से शादी का कार्ड छपवाकर मेहमानों को बुलाया जाता है. इस तरह वोट डालने के लिए वोटर को आमंत्रित किया जा रहा है. इसके लिए शादी के कार्ड की तरह स्नेह निमंत्रण भी प्रिंट कराए गए हैं. इन स्नेह निमंत्रण को मतदाताओं को वोटर पर्चियों के साथ बांटा जाएगा. इस आमंत्रण कार्ड में शादी के कार्ड के समान वोट डालने की दिनांक समय और स्थान लिखा गया है. जबकि निवेदक के रूप में जिला निर्वाचन अधिकारी का नाम वहीं दर्शनाभिलाषी के नीचे पीठासीन अधिकारी और समस्त मतदान दल लिखा गया है.
मतदान प्रतिशत बाद तो मिलेगा पुरस्कार: मध्य प्रदेश में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए जहां मतदाताओं को प्रोत्साहित किया जा रहा है. वहीं चुनाव के काम में लगे कर्मचारियों अधिकारियों को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने कहा है कि सभी विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा मतदान प्रतिशत होने पर तीन-तीन बूथ लेवल अधिकारी को सम्मानित किया जाएगा. मध्य प्रदेश में 203 विधानसभा क्षेत्र हैं और इस तरह इन विधानसभा क्षेत्र में जिन बूतों पर सबसे ज्यादा मतदान होगा. उनके 690 बीएलओ को सम्मानित किया जाएगा. सम्मान के रूप में ₹5000 की नगद राशि और प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा.
2018 में प्रदेश में सबसे ज्यादा हुआ था मतदान: पिछले 2018 के विधानसभा चुनाव में मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा मतदान हुआ था. प्रदेश के चुनावी इतिहास में 2018 में कुल मतदान 74.84 फीसदी रहा था. इसमें पुरुष मतदाताओं ने 75.84 प्रतिशत और महिला मतदान का प्रतिशत 74.11 फीस दे रहा था. जबकि 2013 के विधानसभा चुनाव में कुल मतदान 72.07 फीसदी रहा था. 2008 में 69.28 फीसदी 2003 में 67.25 फीसदी मतदान मध्य प्रदेश में हुआ था.