भोपाल। विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में सियासी घमासान मचा हुआ है. मध्यप्रदेश के डिंडौरी जिला अध्यक्ष पद से हटाए गए और कांग्रेस से निष्कासित किए गए वीरेन्द्र बिहारी शुक्ला गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को फोन लगाकर रो दिए. उन्होंने गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को फोन कर कहा कि उन्हें कांग्रेसियों द्वारा फंसाया जा सकता है. इस मामले में उन्होंने गृहमंत्री से मदद मांगी. गृहमंत्री ने उन्हें पूरी मदद करने का भरोसा दिलाया.
पत्नी और पिता आपसे मिलेंगे: कांग्रेस नेता वीरेन्द्र बिहारी शुक्ला ने गृहमंत्री को फोन कर कहा कि उनका फर्जी पोस्ट वायरल कराकर उनका चरित्र हनन करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि पत्नी और पिता भोपाल में ही हैं. वे आपसे मिलकर पूरा घटनाक्रम सामने रखेंगे. उन्होंने गृहमंत्री से मदद मांगी. गृहमंत्री ने कहा कि वे घबराएं नहीं, उन्हें पूरी मदद उपलब्ध कराई जाएगी. एक दिन पहले पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई थी कि कांग्रेस का सोशल मीडिया विभाग मेरा चरित्र हनन का प्रयास कर रहा है. मेरे परिवार की छवि को धूमिल करने की साजिश रची जा रही है.
कुछ खबरें यहां पढ़ें |
डिंडौरी जिला अध्यक्ष पद से हटाया: दरअसल कांग्रेस ने डिंडौरी जिला अध्यक्ष रहे वीरेन्द्र बिहारी शुक्ला को पद से हटाकर अशोक पड़वार को कांग्रेस जिला अध्यक्ष बनाया है. पद से हटाए जाने के बाद कांग्रेस नेता वीरेंद्र बिहारी ने खुलकर प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ की भूमिका पर ही सवाल खड़े करना शुरू कर दिए. उन्होंने आरोप लगाया कि कमलनाथ पार्टी को प्राइवेट कंपनी की तरह चला रहे हैं. उन्होंने स्थानीय कांग्रेस विधायक ओमकार सिंह मरकाम के दवाब में नियमों की अनदेखी कर मनमाने तरीके से उन्हें हटा दिया. बयानबाजी के चलते कांग्रेस ने बाद में वीरेन्द्र बिहारी को 6 साल के लिए पार्टी से बाहर कर दिया है. उधर वीरेन्द्र बिहारी के समर्थन में डिंडौरी के कई स्थानीय नेता खड़े दिखाई दे रहे हैं.