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Congress Hindutva Plan: हिंदुत्व पर कांग्रेस....कर्नाटक में तौबा एमपी में मौका क्यों - एमपी में हिंदुत्व की राह पर कांग्रेस

Congress on Path of Hindutva: मध्‍य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं के धर्म के रंग में रंगी तस्वीरें खूब देखी जा रही हैं. मध्य प्रदेश की राजनीति इन दिनों हिंदुत्व के इर्द-गिर्द सिमटी हुई है. अब कांग्रेस ने भी हिंदुत्व के एजेंडे को आगे रखकर चुनावी तैयारियां शुरु कर दी हैं. एमपी में चुनाव अभियान की शुरुआत करने आई पार्टी की नेता प्रियंका गांधी ने भी नर्मदा जल के पूजन के बाद ही अभियान की शुरुआत की. वहीं कमलनाथ छिंदवाड़ा में स्कूलों में सुंदरकांड पर प्रतियोगिता करवा रहे हैं.

congress on path of hindutva
एमपी कांग्रेस हिंदुत्व
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Published : Jul 19, 2023, 9:48 AM IST

Updated : Jul 19, 2023, 6:09 PM IST

भोपाल। कर्नाटक में बजरंग दल पर बैन के तेवर दिखा देने वाली कांग्रेस के लिए 2023 के पहले एमपी में हिंदू राग क्यों इतना ज़रुरी हो गया है. क्या वजह है कि प्रियंका गांधी से लेकर कमलनाथ तक एमपी में कांग्रेस के लिए हिंदुत्व ही सहारा है हिंदुत्व ही किनारा है. जबलपुर में नर्मदा पूजन के साथ प्रियंका गांधी ने चुनाव अभियान की शुरुआत की और अब छिंदवाड़ा में कांग्रेस सुंदर कांड पर स्कूलों में प्रतियोगिता करवा रही है. दिग्विजय सिंह जैसे नेता कांवड़ यात्रा में जाकर माहौल बना रहे हैं. हांलाकि कांग्रेस की दलील है कि ये पार्टी के लिए धर्म राजनीति नहीं आस्था का विषय है.

Priyanka Gandhi Narmada Pujan in Jabalpur
प्रियंका गांधी ने जबलपुर में किया था नर्मदा पूजन

हिंदुत्व...कर्नाटक में तौबा एमपी में मौका क्यों: हिंदुत्व का प्रयोग क्या कांग्रेस जमीन देखकर कर रही है. ये सवाल इसलिए उठा कि कर्नाटक में बजरंग पर बैन का दम दिखाने वाली कांग्रेस, एमपी में 2018 से ना केवल बजरंग बली की शरण में है बल्कि कांग्रेस के गढ़ छिंदवाड़ में तो सुंदर कांड को लेकर स्कूलों में क्विज तक आयोजित किया जा रहा है. एमपी में चुनाव अभियान की शुरुआत करने आई पार्टी की नेता प्रियंका गांधी ने भी नर्मदा जल के पूजन के बाद ही अभियान की शुरुआत की. हांलाकि इसे लेकर पार्टी के पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी तक ने सवाल उठा दिया था और कहा था कि ये कांग्रेस की विचारधारा से मेल नहीं खाता . प्रियंका गांधी अगर चुनाव अभियान की शुरुआत खेतिहर मजदूरों के साथ जनता के बीच से करती तो ज्यादा बेहतर होता.

Sunderkand competition in schools Chhindwara
भगवान की शरण में कमलनाथ

चुनावी साल में धार्मिक कार्यक्रमों का कैलेंडर तैयार: कांग्रेस ने चुनावी साल में पार्टी संगठन में अघोषित तौर पर धार्मिक कार्यक्रमों का पूरा कैलेंडर तैयार कर लिया है. इसमें खास फोकस है बड़े बाबाओ की कथाओं पर. कांग्रेस के बड़े नेता और विधायक धार्मिक कथाएं आयोजित करवा रहे हैं. कांग्रेस के गढ़ कहे जाने वाले कमलनाथ के छिंदवाड़ा में बागेश्वर धाम के धीरेन्द्र शास्त्री की कथा होने जा रही है. इसके पहले भी कमलनाथ अपनी हनुमान भक्ति साथ हिंदुत्व का एजेंडा बढ़ाते रहे हैं. पार्टी के कई विधायक हैं जिन्होने चुनावी साल में अपने इलाके में कथा का कार्यक्रम रखने की तैयारी की हुई है.

धार्मिक छवि को हाईलाईट करते दिग्विजय: सोशल मीडिया पर दिग्विजय सिंह की कांवड़ यात्रा का वीडियो कांग्रेसी इस शीर्षक के साथ बढ़ा रहे हैं कि दिग्विजय सिंह सच्चे सनातनी हैं, आस्थावान है. इसमें पार्टी उनके 15 किलोमीटर नंगे पांव पैदल चलने के वीडियो और तस्वीरें वायरल की जा रही है.

Also Read: राजनीति से जुड़ी अन्य खबरें

2018 से एमपी में कांग्रेस ने पकड़ा हिंदुत्व ट्रैक: 2018 के विधानसभा चुनाव में गेमचेंजर भले कर्जमाफी का मुद्दा हुआ हो. लेकिन कांग्रेस ने इसी चुनाव से टैम्पल रन शुरु किया था. उज्जैन में महाकाल से पार्टी ने अपने चुनाव अभियान की शुरुआत की. उस दौरान अकेले कमलनाथ नहीं राहुल गांधी भी मंदिर मंदिर गए. पार्टी के घोषणा पत्र में भी राम वन पथ गमन बनवाने के साथ गायों पर खास चिंता की गई थी.

धर्म राजनीति नहीं हमारे लिए आस्था का विषय: कांग्रेस की मीडिया विभाग की उपाध्यक्ष संगीता शर्मा हांलाकि इसे सिरे से खारिज करती हैं. उनका कहना है ''कि धर्म हमारी आस्था का विषय है. हम धर्म की राजनीति नहीं करते. मध्यप्रदेश में हम रोजगार भ्रष्टाचार कमीशन खोरी महिला सुरक्षा किसानों के विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ेंगे.''

भोपाल। कर्नाटक में बजरंग दल पर बैन के तेवर दिखा देने वाली कांग्रेस के लिए 2023 के पहले एमपी में हिंदू राग क्यों इतना ज़रुरी हो गया है. क्या वजह है कि प्रियंका गांधी से लेकर कमलनाथ तक एमपी में कांग्रेस के लिए हिंदुत्व ही सहारा है हिंदुत्व ही किनारा है. जबलपुर में नर्मदा पूजन के साथ प्रियंका गांधी ने चुनाव अभियान की शुरुआत की और अब छिंदवाड़ा में कांग्रेस सुंदर कांड पर स्कूलों में प्रतियोगिता करवा रही है. दिग्विजय सिंह जैसे नेता कांवड़ यात्रा में जाकर माहौल बना रहे हैं. हांलाकि कांग्रेस की दलील है कि ये पार्टी के लिए धर्म राजनीति नहीं आस्था का विषय है.

Priyanka Gandhi Narmada Pujan in Jabalpur
प्रियंका गांधी ने जबलपुर में किया था नर्मदा पूजन

हिंदुत्व...कर्नाटक में तौबा एमपी में मौका क्यों: हिंदुत्व का प्रयोग क्या कांग्रेस जमीन देखकर कर रही है. ये सवाल इसलिए उठा कि कर्नाटक में बजरंग पर बैन का दम दिखाने वाली कांग्रेस, एमपी में 2018 से ना केवल बजरंग बली की शरण में है बल्कि कांग्रेस के गढ़ छिंदवाड़ में तो सुंदर कांड को लेकर स्कूलों में क्विज तक आयोजित किया जा रहा है. एमपी में चुनाव अभियान की शुरुआत करने आई पार्टी की नेता प्रियंका गांधी ने भी नर्मदा जल के पूजन के बाद ही अभियान की शुरुआत की. हांलाकि इसे लेकर पार्टी के पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी तक ने सवाल उठा दिया था और कहा था कि ये कांग्रेस की विचारधारा से मेल नहीं खाता . प्रियंका गांधी अगर चुनाव अभियान की शुरुआत खेतिहर मजदूरों के साथ जनता के बीच से करती तो ज्यादा बेहतर होता.

Sunderkand competition in schools Chhindwara
भगवान की शरण में कमलनाथ

चुनावी साल में धार्मिक कार्यक्रमों का कैलेंडर तैयार: कांग्रेस ने चुनावी साल में पार्टी संगठन में अघोषित तौर पर धार्मिक कार्यक्रमों का पूरा कैलेंडर तैयार कर लिया है. इसमें खास फोकस है बड़े बाबाओ की कथाओं पर. कांग्रेस के बड़े नेता और विधायक धार्मिक कथाएं आयोजित करवा रहे हैं. कांग्रेस के गढ़ कहे जाने वाले कमलनाथ के छिंदवाड़ा में बागेश्वर धाम के धीरेन्द्र शास्त्री की कथा होने जा रही है. इसके पहले भी कमलनाथ अपनी हनुमान भक्ति साथ हिंदुत्व का एजेंडा बढ़ाते रहे हैं. पार्टी के कई विधायक हैं जिन्होने चुनावी साल में अपने इलाके में कथा का कार्यक्रम रखने की तैयारी की हुई है.

धार्मिक छवि को हाईलाईट करते दिग्विजय: सोशल मीडिया पर दिग्विजय सिंह की कांवड़ यात्रा का वीडियो कांग्रेसी इस शीर्षक के साथ बढ़ा रहे हैं कि दिग्विजय सिंह सच्चे सनातनी हैं, आस्थावान है. इसमें पार्टी उनके 15 किलोमीटर नंगे पांव पैदल चलने के वीडियो और तस्वीरें वायरल की जा रही है.

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2018 से एमपी में कांग्रेस ने पकड़ा हिंदुत्व ट्रैक: 2018 के विधानसभा चुनाव में गेमचेंजर भले कर्जमाफी का मुद्दा हुआ हो. लेकिन कांग्रेस ने इसी चुनाव से टैम्पल रन शुरु किया था. उज्जैन में महाकाल से पार्टी ने अपने चुनाव अभियान की शुरुआत की. उस दौरान अकेले कमलनाथ नहीं राहुल गांधी भी मंदिर मंदिर गए. पार्टी के घोषणा पत्र में भी राम वन पथ गमन बनवाने के साथ गायों पर खास चिंता की गई थी.

धर्म राजनीति नहीं हमारे लिए आस्था का विषय: कांग्रेस की मीडिया विभाग की उपाध्यक्ष संगीता शर्मा हांलाकि इसे सिरे से खारिज करती हैं. उनका कहना है ''कि धर्म हमारी आस्था का विषय है. हम धर्म की राजनीति नहीं करते. मध्यप्रदेश में हम रोजगार भ्रष्टाचार कमीशन खोरी महिला सुरक्षा किसानों के विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ेंगे.''

Last Updated : Jul 19, 2023, 6:09 PM IST
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