भोपाल। मध्यप्रदेश के विधानसभा बजट सत्र की आज से शुरुआत हुई. सदन में राज्यपाल के अभिभाषण के बाद विधानसभा की कार्यवाही को मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. वहीं सत्र के पहले दिन सदन के अंदर न सही लेकिन बाहर जमकर हंगामा देखने मिला. कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी हल लेकर विधानसभा पहुंचे. हालांकि जीतू पटवारी को सुरक्षाकर्मियों ने विधानसभा परिसर के गेट पर ही रोक दिया. इसको लेकर सुरक्षाकर्मियों और जीतू पटवारी के बीच बहस भी हुई. जीतू पटवारी ने कहा कि वह किसानों की आवाज सदन में उठाना चाहते हैं और हल किसानों की अस्मिता से जुडा है. जब सरकार किसानों की बात करती है तो फिर हल को अन्दर ले जाने से क्यों रोका जा रहा है.
राज्यपाल के अभिभाषण से हुई बजट सत्र की शुरुआत: विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत राज्यपाल मंगुभाई पटेल के अभिभाषण से हुई. राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में सरकार की योजनाओं को गिनाया. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा लाडली बहना योजना लाई गई है, जो प्रदेश की महिलाओं को आर्थिक रूप से सबल बनाने का काम करेगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश के 857 वन ग्रामों को राजस्व ग्राम घोषित किया जा रहा है. प्रदेश के आदिवासी क्षेत्रों में विकास के लिए कई तरह के कदम उठाए जा रहे हैं. वहीं 100 करोड़ रुपए की लागत से समरसता के संत रविदास का स्मारक बनाने का निर्णय लिया गया है. इस स्मारक में संत रविदास के व्यक्तित्व और कृतित्व को बताया जायेगा. प्रदेश में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार द्वारा लगातार रोजगार के अवसर पैदा किए जा रहे हैं. राज्यपाल ने कहा कि सरकारी नौकरियों में भर्ती की जा रही है और अभी तक 81 हजार से ज्यादा के रोजगार के विज्ञापन जारी हो चुके हैं.
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कांग्रेस ने कहा सरकार: उधर कांग्रेस ने राज्यपाल के अभिभाषण को सरकार का झूठ का पुलिंदा बताया है. कांग्रेस विधायकों ने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा जो योजनाएं अभी तक धरातल पर नहीं भी नहीं उतर पाई, उन्हें सरकार अपनी उपलब्धि बताने में जुटी हुई है. कांग्रेस विधायक कमलेश्वर पटेल ने कहा कि राज्यपाल का यह अभिभाषण सिर्फ सरकारी योजनाओं का बखान कर आया है, जबकि जमीनी स्थिति बहुत खराब है. सरकार का फोकस सिर्फ इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े मामलों को लेकर है, क्योंकि इसके नाम पर जमकर कमीशन खोरी चल रही है.